पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में शिया और सुन्नी समुदाय के बीच हुए विवाद में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। बता दे कि इस विवाद का कारण 30 एकड़ की जमीन है। इसके मालिकाना हक को लेकर कुर्रम जिले के बुशेहरा गांव में दो कबीलों के बीच विवाद है।
8 सुन्नी 35 शिया समुदाय के लोग गंवा चुके जान
जमीन के लिए गुलाब मलीखेल (शिया समुदाय) और मदकी कले (सुन्नी समुदाय) नाम के कबीले सालों से लड़ते आ रहे हैं। इस बार भी यही दोनों कबीले आमने-सामने हैं। रिपोर्ट के अनुसार 28 जुलाई की रात इस हिंसक झड़प में कम से कम 10 लोगों की मौत हुई। वहीं अब तक जान गंवाने वालों में 8 सुन्नी समुदाय के हैं और 35 शिया के हैं।
2007 से शुरू हुआ था दोनों समुदाय में विवाद
ये विवाद 2007 में सुन्नी मिदगी और शिया मलीखेल समुदायों के बीच शुरू हुआ था। तब भी हिंसा की घटनाएं हुई थीं। पिछले साल जुलाई में भी विवाद हुआ था, जिसके बाद शिया और सुन्नी समुदाय के बीच लड़ाई हुई थी। इसमें कई लोग मारे गए थे। लेकिन दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया था।
सरकार ने शिया समुदाय को दी जमीन
इस समझौते में तय हुआ कि सरकार तय करेगी कि जमीन किसकी है। इसके बाद कमीशन ने अपना फैसला सुनाया और ये जमीन शिया समुदाय को दे दी, लेकिन एक साल बाद इसे लेकर फिर विवाद शुरू हो गया।