लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पंजाब में रविवार(14 अप्रैल) को छह उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंदर से टिकट दी गई है। जिसके चलते आज सुबह चन्नी अपने साथियों के साथ सचखंड श्री हरिमंदर साहिब गुरु घर में माथा टेकने पहुंचे।
इसी मौके पर चन्नी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे दोआबा से लेकर जालंधर सीट तक लोगों की सेवा करने का मौका दिया है और इसलिए मैं भगवान का शुक्रिया अदा करने के लिए गुरु घर आया हूं। चन्नी ने गुरु घर में माथा टेका और सरबत के भले की अरदास की।
बता दें कि अमृतसर से कांग्रेस के पूर्व सांसद गुरजीत सिंह औजला को कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतारा गया है।
रिंकू अब गद्दार बन गए है
आम आदमी पार्टी पंजाब में बदलाव का नारा लेकर आई है। रिंकू जालंधर से कांग्रेस छोड़कर उनके साथ शामिल हुए थे। तब वह क्रांतिकारी बन गए थे। वहीं अब बीजेपी में चले गए है। तो अब गद्दार बन गए है। ये बदलाव नहीं ला रहे अपने आप को बदल रहे है। पंजाब की जनता को धोका दे रहे हैं।
चन्नी ने कहा मैंने सेवक बनकर जालंधर और दोआबे में मालिकों के पास जाना है। जिस प्रकार सुदामा अपने कृष्ण के पास गया और कृष्ण ने उन्हें नवाजा। मैं जालंधर के लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे श्री कृष्ण के रूप में रक्षा करें। मैंने आज श्री हरमंदिर साहिब आकर यही प्रार्थना की है कि वाहेगुरु मुझे लोगों की सेवा करने की शक्ति दे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के साथ मिलकर पंजाब को बर्बाद करने की साजिश रच रहे हैं। शहीद किसानों पर गोलियां चलाई गई। मुख्यमंत्री ने एनएसए लगाकर पंजाब के युवाओं को जेल में डाल दिया है। आज उस मुख्यमंत्री को सबक सिखाने का मौका आ गया है।
चमकौर साहिब से आजाद जिताया था
जब मैं खरड़ से चमकौर साहिब गया तो लोगों ने मुझे वहां से आजाद उम्मीदवार के रूप में जिताया था। मैंने वहां भी लोगों की सेवा की। चन्नी ने चमकौर साहिब में करवाए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें विकास का शौक है और मैं उसी शौक को लेकर जालंधर आ रहा हूं।
आप मुझे गोद ले लो मैं आपका होने के लिए आ रहा हूं
उन्होंने जालंधर के लोगों से अपील की कि आप मुझे गोद ले लो, मैं आपका होने के लिए आ रहा हूं। कभी मेरे बुजुर्ग दोआबे में रहते थे, मेरे गोत के जठेरे जालंधर में है, मेरे बुजुर्ग जालंधर से उठकर गए हुए थे। मैं फिर उस धरती पर जा रहा हूं, वो धरती मुझे नवाजे, यही मेरी अरदास है।