पंजाब के पूर्व IG परमराज सिंह उमरानंगल और अन्य दो पुलिसकर्मियों पर फेक एनकाउंटर के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। आरोप है कि गुरदासपुर में 29 साल पहले एक फेक एनकाउंटर में एक व्यक्ति को मार दिया था। SIT (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) ने हाईकोर्ट में अपनी यह रिपोर्ट सौंपी थी। जिसके बाद अंतिम रिपोर्ट पर इन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।
29 साल पुराना है मामला
स्पेशल डीजीपी और हाईकोर्ट के तरफ से बनाई गई SIT टीम के प्रमुख गुरप्रीत देव ने पिछले दिनों हाईकोर्ट में एफिडेविट दायर किया। जिसमें जांच का हवाला देते हुए बताया गया कि 1994 को एनकाउंटर में अफगाना गांव के सुखपाल सिंह की मौत हुई थी। उसके खिलाफ गलत तरीकों से FIR दर्ज हुई थी।
सुखपाल को आतंकी बना दिया था
SIT रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि मृतक सुखपाल के खिलाफ 29 जुलाई 1994 को आर्म्स और टाडा एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई थी। जिसमें मृतक को आतंकी बता दिया गया। पर असल में उसपर गलत तरीके से FIR दर्ज की गई थी
इन तीन लोगों के खिलाफ है केस दर्ज
पूर्व IG उमरानंगल के साथ उस समय मोरिंडा के DSP जसपाल सिंह और लुथेरी पुलिस चौकी के तत्कालीन ASI गुरदेव सिंह पर मामला दर्ज किया गया है। पर गुरदेव सिंह की अब मौत हो चुकी है।
पत्नी और पिता ने लड़ी लड़ाई
सुखपाल सिंह की पत्नी दलबीर कौर और पिता जागीर सिंह ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने सुखपाल की हत्या कर दी। इतना ही नहीं, पुलिस ने एनकाउंटर के बाद दावा किया कि उन्होंने उक्त एनकाउंटर में आतंकवादी गुरनाम सिंह बंडाला उर्फ नीला तारा को मार गिराया था।