पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने सुखपाल खैहरा की सुनवाई को फिलहाल टाल दिया है। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) के मामले में फंसे सुखपाल खैहरा को फिलहाल हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है।
याचिका में उन्होंने झूठे मामले में फंसाने की आशंका जताई थी और हाईकोर्ट से अपील की थी कि अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाए तो उससे पहले उन्हें सात दिन का नोटिस दिया जाए। खैहरा को बिना कोई राहत दिए हाईकोर्ट ने सुनवाई 14 नवंबर तक स्थगित कर दी थी।
8 साल पुराने मामले में हुई गिरफ्तारी
पंजाब पुलिस ने ड्रग तस्करी से जुड़े करीब आठ साल पुराने (2015) मामले में भुलत्थ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को गिरफ्तार कर लिया था। जलालाबाद पुलिस ने खैहरा को चंडीगढ़ के सेक्टर-5 स्थित सुबह-सुबह उनकी रिहाइश से गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान खैहरा ने गिरफ्तार करने आई पुलिस से अरेस्ट वारंट और केस के बारे में सारी जानकारी मांगी भी थी।
गिरफ्तारी को लेकर पंजाब कांग्रेस में निराशा
पंजाब कांग्रेस के विधायक सुखपाल सिंह खेहरा की गिरफ्तारी से पार्टी की सीनियर लीडरशिप निराश चल रही है। कांग्रेस सीनियर लीडरशिप ने DGP गौरव यादव के ऑफिस का घेराव किया, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें कांग्रेस भवन से निकालने के बाद ही बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान वड़िंग और बाजवा ने कहा कि विधायक खैहरा को गलत तरीके से उनके घर के बेडरूम से उठाया गया। चंडीगढ़ से उन्हें गिरफ्तार किया गया और चंडीगढ़ पुलिस उनके साथ नहीं थी। साफ है कि चंडीगढ़ पुलिस को इसकी जानकारी ही नहीं दी गई।
DGP सरकार के दबाव में काम कर रहे
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि DGP गौरव यादव सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। वे एडहॉक DGP हैं, जिन्हें 6 महीने के लिए रखा गया था। अब उन्हें इस पद पर बने रहने के लिए सरकार के दबाव में काम करना पड़ रहा है।