पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह चाहते हैं कि अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन हो जाए। न्यूज 18 के साथ बातचीत में कैप्टन ने कहा है कि वह दोनों दलों के अलायंस के हक में है। वह BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा भी कर चुके हैं और जल्दी ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करेंगे। दोनों पार्टियों के बीच बातचीत चल रही है। हालांकि किसान आंदोलन अगर आगे बढ़ता है तो अकाली दल क्या करता है ये देखना होगा। क्योंकि पिछली बार अकाली दल ने किसानों की मांगों के कारण ही बीजेपी से नाता तोड़ा था।
पंजाब को भाजपा और अकाली गठबंधन की जरूरत
कैप्टन अमरिंदर ने कहा है कि पंजाब में अकाली दल और भाजपा के गठबंधन की बड़ी जरूरत है। अगर दोनों दल इकट्ठे होकर चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो सभी दलों के लिए चुनौती पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि गठबंधन की प्रक्रिया जल्दी ही पूरी होगी। ग्रामीण एरिया में अकाली दल मजबूत है, वहीं, शहरी में भाजपा मजबूत है।
हमेशा किसानों के साथ, पीएम से करुंगा मीटिंग
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वह हमेशा से किसानों के साथ हैं। जब वह मुख्यमंत्री थे तब भी उन्होंने कहा था कि किसानों को अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली जाने देना चाहिए। अब भी केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत चल रही है। मीटिंगों का दौर जारी है। उम्मीद है कि जल्दी ही यह बात सिरे चढे़गी। वह जल्द ही किसानों और पंजाब से जुड़े दूसरे कई मुद्दों पर पीएम से मीटिंग करेंगे।
1996 में हुआ था दोनों पार्टियों का गठबंधन
शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के बीच पंजाब में वर्ष 1996 में गठबंधन हुआ था। अकाली दल एनडीए के सबसे पुराने साथियों में था। पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल इसे ‘नाखून और मांस जैसा रिश्ता’ बताते रहे। हालांकि वर्ष 2021 में मोदी सरकार के तीन नए खेती कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन शुरू करने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा और एनडीए से नाता तोड़ लिया था।