सभी कहते हैं कि दूध पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। दरअसल दूध में काफी मात्र में प्रोटीन के साथ साथ अन्य पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। वहीँ गाय के दूध को सबसे बेहतर माना गया है। लेकिन आपको बता दें अगर आप भी या आपके बच्चे गाय का दूध पी रहे हैं तो सावधान हो जाएं। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन की तरफ से एक चेतावनी जारी की गयी है। जिसमे कहा गया है कि गाय के दूध में H5N1 यानि बर्ड फ्लू वायरस पाया गया है जो सभी के सेहत के लिए काफी हानिकारक है।
बीमारी का फैलाव काफी
एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये वायरस यानी H5N1 पहले ही काफी चिंता का विषय बना हुआ है। वहीँ इस बीमारी का फैलाव काफी तेजी से हो रहा है और इससे मरने वालों की संख्या कोविड से 100 गुना तक अधिक हो सकती है। इस बारे में WHO ने जानकारी दी है कि यह बीमार जानवरों के कच्चे दूध में काफी अधिक मात्रा में मिलता है।
हालांकि अबतक इसका पता नहीं चल सका है कि दूध में यह वायरस कितने समय तक जिंदा रह सकता है। हालांकि यह वायरस अमेरिका में पाया गया है। लेकिन आपको इस वायरस से बचाव के लिए पहले से सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि बात करें भारत की तो यहां से अमेरिका आने-जाने वालों की तादाद काफी अधिक है। अमेरिका के कई डेयरियों से दूध के सैंपल लिए गए है जिसे जांच के लिए लैब भेज दिया गया है।
अमेरिका के टैक्सास में गाय हैं इस वायरस की चपेट में
आपको बता दें अमेरिका के टैक्सास में कुछ गाय को बर्ड फ्लू हुआ था। वहीँ WHO ने बताया है कि यह वायरस काफी चिंताजनक है ये बर्ड फ्लू वायरस सिर्फ जानवरों में ही फैलता था लेकिन अब यह इंसानों को भी अपने प्रकोप में ले रहा है। उनके मुताबिक अमेरिका के टैक्सास में एक डेरी फार्म में काम करने वाले एक आदमी को भी ये वायरस हो गया है।
इस वायरस को लेकर कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वायरस बदल रहा है। ये वायरस पहले पक्षियों और गाय में ही होता था लेकिन वर्तमान में यह बीमारी गाय से गाय को और गाय से पक्षियों को भी होने लगी है। इस वायरस को लेकर चिंता की बात यह भी है कि ये बीमारी अब गाय के दूध में भी है। वहीँ ये H5N1 गाय और बकरियों को भी हो सकता है। लेकिन जांच में यह बात स्पष्ट रुप से सामने आई है कि कुछ गायें वकाई में H5N1 यानी बर्ड ब्लू से संक्रमित थी।
H5N1 फ्लू क्या होता है
आपको बता दें कि H5N1 एक तरह का फ्लू वायरस होता है जो पक्षियों का फ्लू है। इसे बर्ड फ्लू कहा जाता है। ये मुख्य रूप से पक्षियों में ही पाया जाता है और उनको बीमार भी करता है। मगर यह फ्लू कभी-कभी दूसरे स्तनधारी जानवरों को भी हो सकता है।
लेकिन अगर किसी पक्षी को ये फ्लू होता है तो उसके पास रहने, छूने या उसकी बीट को छू लेने से इस वायरस से इंसान भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं। इसके मुख्य लक्षण तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, निमोनिया (फेफड़ों का इन्फेक्शन) हो सकती है। कभी कभी इस वायरस से इंसानों की हालत काफी बुरी हो सकती है।
गाय-भैंस का दूध पीना सुरक्षित नहीं
हालांकि इस वायरस की रोकथाम पर अमेरिका की संस्था CDC ने कहा है कि आम लोगों के लिए यह वायरस अधिक खतरा नहीं है। खासकर उन लोगों के लिए जो बीमार जानवरों के आसपास नहीं रहते। इस पूरे मामले पर सरकारी संस्थाएं नजर रख रही हैं। फिलहाल इस वक्त स्वस्थ रहने के लिए जरुरी है आप सिर्फ पाश्चराइज्ड दूध ही पिएं।