पूर्व मंत्री अनिल जोशी कांग्रेस में शामिल होंगे। उन्होंने दिल्ली में केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की है। बता दे कि अनिल जोशी इस समय अकाली दल में एक बड़ा हिंदू चेहरा हैं। इसलिए इसे अकाली दल के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
2024 के चुनाव में जब अकाली दल के ज़्यादातर उम्मीदवार 50-60 हज़ार वोटों तक ही सिमट गए थे, उस मुश्किल दौर में भी अनिल जोशी ने अमृतसर लोकसभा से क़रीब 1.7 लाख वोट हासिल किए थे। यही वजह है कि उनका जनाधार निजी तौर पर मज़बूत माना जाता है। इसके अलावा, मीडिया में भी उनकी काफ़ी लोकप्रियता है, जो उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।