खबरिस्तान नेटवर्क: सिंगापुर में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता सजंय झा ने हाल में एक अहम ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में एकजुटता जरुरी है। सिंगापुर में इस संघर्ष में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली पाकिस्तान की नीतियों की कड़ी आलोचन की और कहा कि भारत आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसलिए चुना गया रात का समय
संजय झा ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत द्वारा रात के समय कार्रवाई न होने का कारण भी बताया है। उन्होंने कहा कि रात का समय इसलिए चुना गया ताकि ऑपरेशन के दौरान आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य आतंकवादियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाना था। संजय झा की अगुवाई में सिंगापुर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रवासी भारतीयों के साथ भी बातचीत की। इस टीम में बीजेपी तृणमूल कांग्रेस, सीपीआई (एम) सहित कई अन्य दलों के सांसद शामिल थे।
कल शाम के समय होगी मॉक ड्रिल
जानकारी के मुताबिक कल शाम के समय में पंजाब समेत पाकिस्तान के साथ लगने वाले राज्यों में मॉक ड्रिल करवाई जाएगी।तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर में मॉक ड्रिल की जाएगी। इस मॉक ड्रिल से लोगों को आपदा के समय में खुद को बचाने और दूसरों की मदद करने के बारे में बताया जाएगा। मॉक ड्रिल का लक्ष्य जंग के हालातों में नागरिकों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने के बारे में होता है।
जानें क्या होता है मॉक ड्रिल
जानकारी के लिए बता दें कि मॉक ड्रिल एक तरह की प्रैक्टिस होती है जिसमें हम यह देखते हैं कि अगर कोई इमरजेंसी (जैसे एयर स्ट्राइक या बम हमला) हो जाए तो आम लोग - प्रशासन कैसे और कितनी जल्दी रिएक्ट करता है।
इसलिए किया जाता है ब्लैकआउट
वहीं दूसरी तरफ ब्लैकआउट एक्सरसाइज का मतलब है कि एक तय समय के लिए पूरे इलाके की लाइटें बंद कर देना। इसका मकसद यह दिखाना होता है कि अगर दुश्मन देश हमला करे, तो इलाके को अंधेरे में कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। इससे दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होती है।
54 साल बाद हो रही मॉक ड्रिल
देश में आखिरी बार मॉक ड्रिल साल 1971 में 54 साल पहले हुआ था। उस दौरान भी भारत और पाकिस्तान के बीच काफी ज्यादा तनाव पैदा हो गया था। जिस कारण देश में मॉक ड्रिल करवाई गई थी। जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई छिड़ी थी और भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया था। पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर किया था जोकि दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा आर्मी सरेंडर था। इस लड़ाई के बाद ही बांग्लादेश बना था।
ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी
आपको बता दें कि 10 मई को सीजफायर के बाद इंडियन एयरफोर्स ने ऑपेरशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान दिया था। एयरफोर्स ने कहा था कि हमने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। यह ऑपरेशन अभी भी जारी हैं। हम समय आने पर जानकारी देंगे। इसके साथ ही एयरफोर्स ने अफवाहों से बचने की अपील की है।