महिलाओं के जीवन में पीरियड्स का कितना अहम रोल है यह तो सब जानते हैं। पीरियड्स के दौरान पेट दर्द, कमर दर्द, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं जिसे अक्सर महिलाएं नॉर्मल समझ कर इग्नोर कर देती हैं। लेकिन क्या आपको पता है इन लक्षणों को इग्नोर करने से आपके हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है।
जी हां पीरियड्स के दौरान इन लक्षणों के साथ साथ कुछ हार्मोन्स में भी बदलाव होते हैं। जिस वजह कई महिलाएं पीरियड्स में काफी ज्यादा दर्द और ब्लीडिंग होने से परेशान रहती हैं। अगर आपके शरीर में भी पीरियड्स के दौरान ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो इसे भूल कर भी नजरअंदाज न करें।
आइए जानते हैं पीरियड्स के दौरान किन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना
पीरियड्स में अगर पहले की तुलना में बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है तो इसे बिल्कुल इग्नोर न करें। दरअसल पीरियड्स के दौरान काफी ज्यादा ब्लीडिंग होना किसी प्रॉब्लम की ओर इशारा हो सकता है। वहीं अगर आपके बॉडी में ये लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
पीरियड्स साइकिल का बढ़ना
कुछ महिलाओं को पीरियड्स 3 या 4 दिनों तक होते हैं, वहीं कुछ को छह या सात दिन के लिए पीरियड्स होते हैं। लेकिन अचानक लंबे समय तक ब्लीडिंग होना यानि पीरियड्स का होना खतरनाक हो सकता है।
हालांकि यह लक्षण पीसीओएस यानी सामान्य हार्मोन से चलने वाली समस्याओं की और इशारा कर सकती है जो अनियमित और लंबे समय तक रह सकती हैं। अगर आपके पीरियड्स साइकिल में भी चैन्जिंग होता रहता है तो आप डॉक्टर से मिल कर कन्सल्ट जरूर करें।
बहुत ज्यादा दर्द होना
बहुत सी महिलाओं या लकड़ियों को पीरियड्स के दौरान हद से ज्यादा दर्द होता है। वहीं कुछ महिलाएं पीरियड्स में बहुत ज्यादा दर्द होने पर बिना डॉक्टर से कन्सल्ट किये दर्द की दवाई खा लेती है जबकि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
अगर आपको बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि ज्यादा दर्द किसी बीमारी की ओर इशारा कर सकती है।
बट क्रैम्प्स की प्रॉब्लम होना
अगर आपको पीरियड्स के दौरान बट यानि हिप्स के आस पास बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है तो इसे भूलकर भी इग्नोर न करें। दरअसल यह हार्मोनल इंबैलेंस की ओर इशारा करती है। ऐसे में आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क जरूर करना चाहिए।
ब्रेस्ट में टेंडरनेस फील होना
पीरियड्स होने से एक हफ्ते पहले ही ब्रेस्ट में दर्द होने लगता है। जब हम ओवयूलेशन स्टेज में होते हैं तो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में बदलाव आता है जिससे ब्रेस्ट में दर्द और टेंडरनेस आ जाती है। ऐसे में आपको इसे इग्नोर करने की बजाये डॉक्टर से एक बार कन्सल्ट जरूर करें।
खून के मोटे-मोटे थक्के आना
अगर आपको पीरियड्स के दौरान खून में थक्के या ब्लड क्लॉट्स देखने को मिल रहे हैं तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। दरअसल यह तब दिखते हैं जब आपका ब्लड फ्लो बहुत तेज होता है।
बता दें कि खून के छोटे- छोटे थक्के आना आमतौर पर चिंता की बात नहीं है लेकिन बड़े और मोटे थक्के चिंता का कारण हो सकते हैं। ऐसे में आप एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
पीरियड्स में ब्लड का कलर चेंज होना
पीरियड्स के दौरान होने वाले ब्लड का कलर सामान्य है तो कोई चिंता की बात नहीं है। लेकिन अगर खून का रंग ज्याद काला गाढ़ा है तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है।
वहीं यह शरीर में विटामिन बी 12 की कमी की ओर भी इशारा करती है। यही नहीं इससे PCOD, PCOS और कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।