Apart from being a seasonal fruit, blackberries are also a storehouse of medicinal properties : जामुन एक अम्लीय प्रकृति का फल होता है जिसका स्वाद खाने में थोड़ा खट्टा तो थोड़ा मीठा सा लगता है और नमक के साथ खाने पर इसका स्वाद कई गुना तक बढ़ जाता है। जामुन के फल में ग्लूकोज और फ्रक्टोज की मात्रा भरपूर पाई जाती है। जामुन में वो सभी जरूरी तत्व होते हैं जिनकी जरूरत हमारे शरीर को होती है। सभी बेरीज़ वाले फलों में जामुन यानी ब्लैक बेरी अपने औषधीय गुणों के चलते एक अलग ही स्थान रखती है। भारत में जामुन को गर्मियों वाला फल कहा जाता है जबकि अमेरिका में किसान इसे पूरे साल उगाते हैं। जामुन की पैदावार में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है। मौसमी फल होने के साथ-साथ इसके कई औषधीय गुण भी हैं। बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि जामुन जिसे हमारे देश में कई नामों से बुलाया जाता है उसका एक नाम जम्बू भी है।
सदी से जामुन का आयुर्वेदिक इलाज
हमारे यहां जामुन के पेड़ लगभग हर राज्य में देखने को मिल जाते हैं। जामुन की फसल आमतौर पर जून के महीने में तैयार हो कर बाजार में आ जाती है जो अगस्त सितंबर तक बाजार में आसानी से मिलती है। हिंदू धर्म ग्रंथ रामायण के अनुसार भगवान राम ने 14 साल के वनवास के दौरान जामुन का सेवन किया था। इस फल के पेड़ लगभग हर गली में देखने को मिल जाते हैं। हमारे देश में जामुन का आयुर्वेदिक इलाज के रूप में कई सदियों से इस्तेमाल होता आ रहा है।
जामुन स्वास्थ्य के लिए है फायदेमंद
शरीर में खून की कमी को दूर करता है : जामुन के फल में विटामिन-सी के साथ आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है। साथ ही इसमें मौजूद आयरन खून को साफ करने का भी काम करता है। जामुन का फल एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है जो हमारे शरीर के सभी हिस्सों के लिए काफी फायदेमंद है।
डायबिटीज के लिए अचूक नुस्खा : डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन यानी ब्लैक बेरी किसी अमृत से कम नहीं है। इस फल में कैलोरी नाममात्र की होती है जिसके चलते इस फल को डाइबिटीज़ के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद माना गया है साथ ही इसमें एंटी-डायबिटिक गुणों के चलते ये शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रण में रखता है। इसका नियमित सेवन हमारी स्किन के साथ बालों के लिए भी काफी लाभदायक है।
दिल की सेहत के लिए फायदेमंद : जामुन में एंटीऑक्सिडेंट तत्वों के साथ पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो मानव दिल को सभी बीमारियों से दूर रखता है। जामुन त्वचा को स्वस्थ्य रखने के लिए भी जरूरी है। इसके नियमित सेवन से चर्म रोग खासकर पिंपल्स, झुर्रियों, मुहासों, चेहरे पर पड़ने वाले दाग-धब्बों से बचा जा सकता है। इस फल में विटामिन सी की भरपूर मात्रा के चलते ये स्किन के पीएच लेवल को नियंत्रित करता है और इसे खूबसूरत बनाता है।
वजन घटाने के लिए फायदेमंद : जामुन में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है जो कैलोरी की मात्रा कम करने में सहायक होती है। साथ ही इसमें विटामिन सी, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, फोलिक एसिड जैसे औषधीय गुण शरीर को स्वस्थ रखते हैं। जामुन में ड्यूरेटिक गुणों के चलते ये पाचन तंत्र से संबंधित बीमारियों में रामबाण का काम करता है। इसके नियमित सेवन से ये हमारे गुर्दे से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर पाचन तंत्र को ठीक कर देता है।
देश में ‘देवताओं का फल’ की उपाधि
जामुन के इतने फायदों को देखते हुए इस फल को हमारे देश में ‘देवताओं का फल’ की उपाधि दी गई है। जामुन के सभी तरह के मिनरल्स, विटामिन और न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जिनकी जरुरत हमारे शरीर को हर दिन होती है। जामुन गर्मी का फल जरूर है लेकिन इसके औषधीय गुणों ने इसे दूसरे फलों की तुलना में अलग ही स्थान दिया हैं। वहीं जामुन के पेड़ की लकड़ी के गुण भी दूसरे पेड़ों की लकड़ी से अलग है।
गुणकारी मगर अनदेखी का शिकार
सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये पानी में बिना खराब हुए काफी दिनों तक रह सकती है। वहीं जामुन की लकड़ी के एक टुकड़े को पानी की टंकी में डाल दे तो उस टंकी के अंदर न तो कोई काई जमेगी और न ही पानी खराब होगा। पुराने समय में कुंओं के आसपास जामुन का पेड़ लगाया जाता था जिससे कुएं का पानी हमेशा शुद्ध बना रहता था। गुणकारी होने के बावजूद जामुन के पेड़ अनदेखी का शिकार है। किसान भी बेरी के पेड़ की फसल लगाने पर कोई ध्यान नहीं देते।