सर्दियों की शुरूआत हो चुकी है और ठंडी हवाओं से दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे भी बढ़ेंगे। क्योंकि ठंड इन दो बीमारियों के लिए जानलेवा होती है। जरा सी चूक से नसों के फटने या शरीर में खून का दौरा रुकने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए इस मौसम में हार्ट पेशेंट को अपने दिल का खास ख्याल रखना चाहिए। डॉक्टरों के अनुसार सर्दियों में जरा सी भी लापरवाही बड़ी और गंभीर समस्या का कारण बन सकती है। हार्ट स्पेशलिस्ट का कहना है कि दिल से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी या ऐसे मरीज जिनके हार्ट में ब्लॉकेज है या स्टंट लगा हुआ है, उन्हें इस मौसम में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं तो उसके समय में बदलाव करना चाहिए। ताकि किसी तरह की परेशानी न बढ़ने पाए।
हल्की धूप में निकले सैर पर
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक हार्ट पेशेंट को एकदम सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने से पूरी तरह बचना चाहिए। अगर वे सुबह पैदल घूमने निकलना ही चाहते हैं तो हल्की धूप निकलने के बाद ही सैर पर निकलें। बता दें कि कोरोना के बाद हार्ट अटैक का खतरा तेजी से बढ़ा है। बड़ी संख्या में इसके केस सामने आए हैं तो इसका ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। कोविड 19 के पहले 40 साल से ज्यादा उम्र वालों के हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता था लेकिन अब 20-30 साल के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
दिल की सेहत को लेकर ना करें लापरवाही
डॉक्टर दिल की सेहत को लेकर किसी तरह की लापरवाही न करने की सलाह देते हैं। हर समय सतर्क रहने को कहते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अगर पैदल चलने या एक्सरसाइज करते समय सांस फूलने जैसी समस्या, छाती में दर्द या भारीपन की शिकायत होती है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।
जंक फूड का सेवन ना करें
जंक फूड के सेवन से कई तरह की समस्याएं भी बढ़ी हैं। इसके कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। इससे हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स दिल की सेहत को दुरुस्त रखने के लिए जंक फूड से बचने की सलाह दे रहे हैं। खासकर सर्दियों में इसे पूरी तरह अवॉयड करना चाहिए। वहीं, तनाव से बचने और दिनचर्या को बेहतर बनाने पर फोकस कर बीमारी को ठीक कर सकते हैं।
सर्दियों में हार्ट अटैक के कारण -
1- ठंड के कारण ब्लड वेसेल्स सिकुड़ जाती हैं। इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। वहीं हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण भी नसों में जमी वसा सख्त होकर ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करती है।
2- एनजाइना, या कोरोनरी हृदय रोग के कारण सीने में दर्द की समस्या भी सर्दियों में बढ़ जाती है अगर कोरोनरी धमनियां ठंड में सिकुड़ जाएं।
3- ठंड में दिल को शरीर के स्वस्थ तापमान को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करता है। सर्दियों की हवा इसे और अधिक कठिन बना सकती है क्योंकि इससे आपके शरीर की गर्मी तेजी से कम होने लगती है।
4- अगर आपके शरीर का तापमान 95 डिग्री से नीचे चला जाता है, तो हाइपोथर्मिया आपके हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
5- सर्दियों में हार्डकोर एक्सरसाइज या जिम भी दिल के दौरे की वजह बन सकती है।
6-ठंड का मौसम का इमोशनल स्ट्रेस को बढ़ता है जिससे तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ाता जाता है। इससे भी दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा होता है।