खबरिस्तान नेटवर्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार इस वक्त काफी सख्त है। पाकिस्तान के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं इन सबके बाद अब पाकिस्तान भी बौखला गया है। पाकिस्तान 24-25 अप्रैल को कराची तट की सतह से सतह पर मारने वाली मिसाइल का परीक्षण करने वाला है। अब यह सवाल यह आता है कि यह सिर्फ एक सैन्य अभ्यास ही है या फिर भारत पर दबाव बनाने की कोई रणनीति।
पाकिस्तान की वायु सेना हाई अलर्ट पर
इस परीक्षण के लिए पाकिस्तान ने अरब सागर को नो-फ्लाई जोन ही घोषित कर डाला है। यह मिसाइल टेस्ट कराची के पास खास आर्थिक क्षेत्र में की जाएगी। इसके साथ ही पाकिस्तान ने अपनी वायुसेना को भी हाई अलर्ट पर रखा हुआ है। इससे यह साफ हो रहा है कि यह कदम सामान्य सैन्य अभ्यास का नहीं है बल्कि एक संदेश देने की कोशिश हो रही है।
अलर्ट हुई भारत की सुरक्षा एंजेंसियां
भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने इस मिसाइल परीक्षण को लेकर अपनी सतर्कता और निगरानी बढ़ा दी है। खासतौर पर मुंबई और बाकी तटीय इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और चेकिंग ओर भी कड़ी कर दी गई है। भारत के लिए यह एक रणनीतिक संकेत भी है जो कि पाकिस्तान आतंकी घटनाओं के बाद भी उकसावे की नीति से पीछे नहीं हट रहा है।
भारत का पाकिस्तान पर 5 बड़े एक्शन
- अटारी-वाघा चेक पोस्ट को तुरंत बंद किया गया है। कानूनी तौर पर जो लोग चेक पोस्ट पार कर चुके हैं, उन्हें 1 मई से पहले वापस जाना होगा।
- भारत और पाकिस्तान उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 की जाएगी। ये कटौती 1 मई 2025 से लागू होगी।
- दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा और सैन्य सलाहकारों को एक हफ्ते में भारत छोड़ना होगा। इन पदों को अब खत्म माना जाएगा। भारत भी अपने रक्षा सलाहकारों को इस्लामाबाद से वापस बुलाएगा।
-पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत आने की इजाजत नहीं होगी। पहले से जारी सभी वीजा रद्द होंगे। साथ ही वीजा पर पहले से भारत आए पाकिस्तानियों को अगले 48 घंटे में देश छोड़ना होगा।
- पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद का समर्थन रोकने तक सिंधु जल समझौता को भी स्थगित कर दिया गया है।
इस फैसले के बाद पाकिस्तान की ओर से यह मिसाइल टेस्ट उसकी बौखलाहट का ही संकेत माना जा रहा है।