जालंधर के डीसी विशेष सारंगल ने ऑफिस के अधिकारियों के साथ शनिवार छुट्टी वाले दिन मीटिंग की। इस दौरान पराली जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए है।
एसडीएम की टीमें फील्ड में रहेंगी तैनात
डीसी ने अधिकारियों को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जीरो बर्निंग होनी चाहिए। इसलिए सभी एसडीएम को फील्ड में उतार दिया गया है। जो छुट्टी वाले दिन भी जालंधर जिले के गांवों में दौरा करेंगे और नजर रखेंगे कि कहीं कोई किसान पराली को आग तो नहीं लगा रहा है। अगर ऐसा होता है तो उसके खिलाफ पॉल्यूशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
लापरवाही बरतने पर अधिकारियों पर होंगी कार्रवाई
डीसी ने कहा कि जिन अधिकारियों को जो ड्यूटी सौंपी गई, अगर वह सही ढंग से उस पर खरे नहीं उतरते और ड्यूटी में लापरवाही करते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ जो नोडल अधिकारी लगाए गए है, उन्हें अपनी रिपोर्ट समय पर जमा करवानी होगी। अगर नोडल अधिकारी भी लापरवाही करते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।
उन्होंने कहा कि टीमों में से कोई भी व्यक्ति अगले हफ्तें तक छुट्टी नहीं लेगा और अधिकार क्षेत्र में 'जीरो फार्म फायर' सुनिश्चित करेगा। श्री सारंगल ने एसएचओ सहित अधिकारियों को नियमित तौर पर खेतों का दौरा करने और उन गांवों के सरपंचों और किसानों के साथ बैठक करने के लिए कहा, जहां अभी कटाई होनी बाकी है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस साल बाढ़ के कारण शाहकोट, लोहियां और आस-पास के प्रभावित इलाकों में धान की बिजाई देरी से हुई है, जिससे फसल की कटाई भी देरी से हो रही है।उन्होंने कहा कि अगर इन इलाकों में पराली जलाने का मामला सामने आया तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पहले ही 189 नोडल अधिकारी है नियुक्त
पराली जलाने के रूझान पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने पहले ही जालंधर में 189 नोडल अधिकारी और 54 क्लस्टर को-आडीनेटर नियुक्त किए है। उन्होंने अधिकारियों को पराली जलाने की घटनाओं की भौतिक जांच के बाद पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) और पंजाब रिमोट सैंसिंग सेंटर (पी.आर.एस.सी.) ने विकसित ए.टी.आर. (एक्शन टेकन रिपोर्ट) मोबाइल एप्लिकेशन से रोजाना की कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट सांझा करने को कहा।
इस मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसबीर सिंह, वरिंदरपाल सिंह बाजवा और मेजर डॉ. अमित महाजन एवं संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।