भारत एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क वाला देश है। रोज सबसे ज्यादा लोग जनरल कोच में सफर करते हैं। त्योहारों से लेकर गर्मियों की छुट्टियों तक और शादियों के सीजन के दौरान, भारतीयों के सामने सबसे बड़ी समस्या ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कन्फर्म टिकट का इंतजार करना है।
भारतीय रेलवे इसके लिए लगातार कई प्रयास कर रहा है, जिसमें स्पेशल ट्रेनें चलाना भी शामिल है। इस बीच शनिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि देश में सिर्फ 2 महीने के अंदर 'वंदे भारत स्लीपर' ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेंगी।
रेल मंत्री ने बताया आगे का प्लान
रेल मंत्री ने कहा साल 2029 तक देश में स्लीपर और चेयर कार मिलाकर करीब 300 वंदे भारत ट्रेन चलने लगेगी। वंदे भारत स्लीपर अगले दो महीने के भीतर ट्रैक पर दौड़ने लगेगी। स्लीपर वंदे भारत भी अगले कुछ महीने में पटरियों पर दौड़ने लगेगी। वंदे 2 और वंदे 3 की डिजाइन में हमने काफी बदलाव किए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेनों में भीड़ कम करने की रेलवे की कोशिशों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि इस बार भीड़ को कम करने के लिए समर सीजन में ट्रेनों के 19,837 ट्रिप बढ़ाए गए हैं। इस बार समर सीजन में लगभग चार करोड़ एक्स्ट्रा लोगों ने सफर किया है। सरकार का फोकस रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना है। पिछले दस सालों में हजारों किलोमीटर नई लाइन बिछी हैं। देश में हर दिन करीब 14.5 किलोमीटर रेल की पटरी बन रही है।
रेल मंत्री से जब सवाल किया गया कि क्या ट्रेनों से जनरल कोच कम किए जा रहे हैं? इस सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहाजनरल कोच कम नहीं किए जा रहे हैं। देश में अमृत भारत ट्रेन का प्रोडक्शन बढ़ाया जा रहा है, नॉन एसी ट्रेन है." उन्होंने कहा कि रेलवे का फोकस लो इनकम यात्री है।