पंजाब के किसानों को शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए 2 महीने होने को आ गए है। हाल ही में गिरफ्तार किए गए तीन किसान कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर किसान यूनियनों ने बुधवार को पटियाला जिले के शंभू सीमा पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।
शंभू बॉर्डर पर दो प्वाइंट पर भारी पुलिस बल की तैनाती थी। किसानों ने रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क पर की गई बैरिकेडिंग को आसानी से हटा दिया और फिर रेलवे स्टेशन में दाखिल हो गए।
वहीं पंजाब पुलिस ने पानी की बौछारें भी की रेलवे स्टेशन से ठीक पहले महिला पुलिसकर्मियों को मोर्चे पर तैनात करके प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने के कारण वे नाकाम रहे।
11 ट्रेनें हुईं रद्द
इस बीच, रेलवे ट्रैक जाम करने के कारण 11 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 34 अन्य ट्रेनें प्रभावित हुईं। रेलवे अधिकारियों ने शंभू स्टेशन पर नाकेबंदी को ध्यान में रखते हुए कुछ ट्रेनों के रूट को छोटा करने के अलावा अलग-अलग ट्रेनों के रूट को डायवर्ट कर दिया है।
मंजित सिंह राय और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित किसान यूनियन नेताओं ने कहा कि जब तक तीन किसान कार्यकर्ताओं को रिहा नहीं किया जाता तब तक वे रेलवे ट्रैक जाम रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने विभिन्न मांगों पर दबाव बनाने के लिए 13 फरवरी, 2024 को शंभू सीमा पर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से चेतावनी दी गई थी कि अगर नवदीप सिंह, अनीश खटकड, गुरकीरत सिंह को मंगलवार देर रात तक रिहा नहीं किया गया तो बुधवार को शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया जाएगा। अनीश खटकड जेल में 28 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं और उसकी हालत गंभीर है, अगर उनके स्वास्थ्य को कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की होगी।