डॉक्टर्स को भगवान का रूप माना जाता है। जो मरीज का इलाज कर उसे ठीक करता है। लेकिन बहुत बार देखा गया है कि डॉक्टर्स के लापवाही का नतीजा मरीज और उसके घरवालों को भुगतना पड़ता है। दरअसल हाल ही में एक मामला ऐसा आया है जहाँ महिला की बच्चेदानी के साथ ही उसकी पेशाब वाली नली को सिल दिया गया। जिसके बाद उसकी हालत ख़राब हो गयी और उसकी जान चली गयी।
महिला ने तोड़ दिया दम
बता दें ये मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले का है, जहाँ एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरों ने आपरेशन के दौरान गर्भवती महिला के बच्चेदानी के साथ ही पेशाब की नली में भी टांके लगा दिए। जिसके बाद से उस महिला की हालत ख़राब होने लगी और उसकी किडनी और बच्चेदानी में इंफेक्शन फैल गया। बता दें इलाज कराने के बाद भी महिला की जान चली गयी।
अस्पताल का लाइसेंस किया गया कैंसिल
रिपोट्स के माने तो पेशाब नली को सिलने की शिकायत 18 मार्च को परिजनों ने सीएमओ और आई.जी.आर.एस. के पोर्टल पर की थी। जब जांच हुई तो पता चला कि उक्त अस्पताल का केवल ओपीडी व आईपीडी का रजिस्ट्रेशन है, ऑपरेशन और मरीज भर्ती करने का नही है।
लिहाजा हेल्थ डिपार्टमेंट के अफसर का कहना है कि उक्त अस्पताल का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया और यहां के डॉक्टरों को पीड़ित मरीज से संबंधित सभी डॉक्युमेंट्स के साथ सीएमओ ऑफिस में तीन दिन के भीतर उपस्थित होने को भी कहा गया।
इसके बावजूद भी कोई डॉक्टर सीएमओ दफ्तर नहीं पहुंचा और स्वास्थ्य विभाग भी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहा।
महिला ने बच्ची को दिया था जन्म
बता दें जिले के बघौचघाट थाना क्षेत्र के मुंडेरा पांडेय पुर निवासी संध्या पटेल (30) को 19 जनवरी को प्रसव पीड़ा हुई तो उसके परिजनों ने पथरदेवा कस्बे के आस्था हॉस्पिटल में यूज़ भर्ती कराया था। वहां आपरेशन के बाद उसने एक बच्ची का जन्म दिया।
वहीँ आपरेशन के बाद डाक्टरों द्वारा प्रसूता की बच्चेदानी में टांका लगाने के दौरान पेशाब नली को भी साथ ही सिल दिया गया। पेशाब नली सिल जाने से प्रसूता की तबियत बिगड़ी। डॉक्टर्स ने बताया कि पेशाब नली सिल जाने से महिला की दोनों किडनियां संक्रमित हो गई हैं। ऐसे में उस महिला की जान चली गयी।