पुलिस थानों और चौंकियों पर लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। इन हमलों के चलते अब लोगों में डर दिखना शुरु हो गया है। हमलों के चलते राज्य की सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत हो रही है। इसके अलावा थाने व चौंकियों के बाहर सुरक्षा के खास इंतजाम किए जा रहे हैं। अमृतसर के थानों और चौंकियों पर हमलों को देखते हुए हरे रंग के जाल भी बिछाए गए हैं ताकि जब हमला हो तो बम जमीन पर न गिरे हवा में फट जाए। इसके अलावा 8-8 फुट ऊंचे जाल और उनके बाहर बैरिकेंडिंग भी हो रही है।
थानों और चौंकियों में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
हमलों को देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस ने नाइट पैट्रोलिंग भी शुरु कर दी है। यह इसलिए की गई है ताकि समय रहते ही होने वाले हमलों पर काबू पाया जा सके। संवेदनशील थानों और चौकियों में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है। यहां पर रैपिड एक्शन फोर्स और स्पेशल टास्क फोर्स के लिए कमांडो भी तैनात हुए हैं। बहुत से थानों और चौकियों में सी.सी.टी.वी कैमरे भी लगा दिए गए हैं ताकि बाहर की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
अमृतसर की थाने और चौकियों पर ज्यादा असर
अमृतसर के थाने और चौकियां इस समय हाई अलर्ट पर रखी गई है। किसी भी तरह के जोखिम के अंदेशे मिलने से पहले ही उन्हें काबू पाने के लिए पुलिस बल को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
28 दिनों में हो चुके हैं 8 आतंकी हमले
पंजाब में आतंकी हमले 24 नवंबर को होने शुरु हुए थे। इस दिन अजनाला के थाने के बाहर धमाके वाला आर.डी.एक्स लगाया गया था। इसके बाद 27 नवंबर को थाना गेट हकीमां चौकी गुरबख्श नगर में भी ग्रेनेड के साथ विस्फोट हुआ था।
इसके अलावा 2 सितंबर अन्नगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट, 4 दिसंबर को थाना मजीठा में विस्फोट हुआ जिसमें पुलिस ने टायर फटने की पुष्टि करते हुए इसको दबाने का प्रयास किया था। 13 दिसंबर को बटाला के थाने अदलीवाल में ग्रेनेड के साथ विस्फोट हुआ। 17 दिसंबर को थाना इस्लामाबाद में ग्रेनाइट विस्फोट हुआ जिसमें पुलिस कमिश्नर ने विस्फोट की कोई भी पुष्टि नहीं की। मगर बाद को दोपहर में डी.जी.पी पंजाब ने खुद माना कि आतंकी हमला हुआ था इसके बाद 20 दिसंबर को गुरदासपुर के थाने में ग्रेनाइट विस्फोट भी किया गया था।