देश में कोरोना के नए सब वेरिएंट जेएन.1 के 110 नए मामले दर्ज किए गए हैं। कोरोना का यह न्यू वैरिएंट JN.1 अब देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंच चुका है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने इसकी पुष्टि की है। नए वैरिएंट जेएन.1 ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। वहीं देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 702 नए मामले सामने आए हैं।
कोविड-19 से कुल 5 लोगों की मौत
देश में इसी दौरान अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 से कुल 5 लोगों की मौतें हुई हैं। कोरोना वायरस से महाराष्ट्र में 1 की मौत हुई है, जबकि दिल्ली, कर्नाटक, केरल और पश्चिम बंगाल में एक मरीज की मौत हुई है।
जाने सब-वेरिएंट जेएन.1 के कितने केस
देश में अब तक कोरोना के नए सब वेरिएंट जेएन.1 के 110 नए मामले दर्ज किए गए हैं। गुजरात में जेएन.1 सब वेरिएंट के 36, कर्नाटक में 34, गोवा में 14, महाराष्ट्र में 9, केरल मे 6, राजस्थान में 4, तमिलनाडु में 4, तेलंगाना में 3 और दिल्ली में 1 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अब भी कंट्रोल में है। हालांकि आने वाले दिनों में कोरोना और इसके सब वेरिएंट के और मामले बढ़ेंगे।
कोविड का नया सब वैरिएंट JN.1 क्या है
डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर (CDC) के मुताबिक, JN.1 कोरोना का एक सब वैरिएंट है, जो ओमिक्रॉन सबवैरिएंट BA.2.86 यानी पिरोला का वंशज है। भारत में पिरोला का पहला मामला अगस्त 2023 में मिला था।
पिरोला और JN.1 में पूरी समानताए हैं, सिर्फ एक अंतर है। JN.1 में एक स्पाइक प्रोटीन का म्यूटेशन हुआ है। स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन काफी मायने रखता है क्योंकि यही इंसान के रिसेप्टर सेल से जुड़ जाता है और वायरस को शरीर में प्रवेश कराता है। ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. ललित कांत के मुताबिक इस एक्स्ट्रा स्पाइक प्रोटीन की वजह से JN.1 के तेजी से फैलने की संभावना है।
कोविड वैरिएंट JN.1 के लक्षण क्या हैं
कोविड वैरिएंट JN.1 में बुखार,थकान,नाक बहना,गले में खराश,सिरदर्द, खांसी,कंजेशन और कुछ मामलों में स्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं।
इम्यून सिस्टम करे मजबूत
इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए बहुत जरूरी है कि अपनी डाइट को बेहतर करे । इसके साथ ही आप पैदल चलें और पैदल भी उस जगह पर चलें जहां पेड़-पौधे अच्छी संख्या में हों, जिससे आपके लंग्स को ऑक्सीजन मिलती रहे और डिटॉक्सीफिकेशन होता रहे। इसके अलावा विटामिन ए, सी, डी, ई युक्त आहार लें और साथ में पानी पर्याप्त मात्रा में पीएं ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो।