दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राउस IAS स्टडी सर्कल (कोचिंग सेंटर) के बेसमेंट में अचानक पानी भर जाने से 3 स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया था। वहीं, आज पुलिस ने 5 लोगों को ओर गिरफतार किया है।
इस तरह भरा बेसमेंट पानी
मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार हुए लोगों में वो शख्स भी शामिल है, जिसने कोचिंग के सामने से तेजी से कार चलाई थी। जिस थार के निकलने से गेट पर पानी का प्रेशर बढ़ा था। ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। कार के निकलने से प्रेशर बढ़ा और पानी बिल्डिंग के अंदर घुस गया था। माना जा रहा है कि इसी के बाद बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में पानी भरा और स्टूडेंट डूबने लगे।
स्टूडेंट्स ने प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन
हादसे को लेकर स्टूडेंट्स ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। स्टूेंड्ट ने कहा था कि ये एक आपदा नहीं यह पूरी तरह से लापरवाही है।
मामला पहुंचा हाईकोर्ट
वहीं, MCD ने बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है। साथ ही संस्थानों पर नोटिस लगा जवाब मांगा है। कोचिंग हादसे को लेकर राष्ट्रीय प्रवासी मंच की याचिका में छात्रों की सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन बनाने और हादसा होने पर उचित मुआवजा देने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने दिल्ली सरकार, MCD और राउ IAS कोचिंग को जनहित याचिका में पक्षकार बनाया है।
इसमें दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में घटना की जांच कराने की मांग की गई है। साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी गाइडलाइन बनाने की बात कही गई है।
लाइब्रेरी में करीब 30 स्टूडेंट्स थे
NDRF की मदद से बाकी के स्टूडेंट्स को रेस्क्यू कर लिया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। बताया जा रहा कि लाइब्रेरी में करीब 30 स्टूडेंट्स थे।
बाहर निकलने का था एक ही रास्ता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाम को 7 बजे लाइब्रेरी बंद हो रही थी। लाइब्रेरी के बंद होने के बाद स्टूडेंट्स बाहर निकल रहे थे कि गेट खोलने के बाद अचानक पानी बेसमेंट में घुस गया। जब तक स्टूडेंट्स लाइब्रेरी खाली करते, तब तक पानी घुटनों तक भर चुका था।
2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में पानी भर गया
एक स्टूडेंट ने बताया कि पानी का बहाव इतना तेज था कि सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल हो रहा था। महज 2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया था। बच्चे बेंच पर खड़े हो गए थे। बच्चों को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी गंदा था, इसलिए रस्सियां दिखाई नहीं दी।
अवैध रूप से चलाई जा रही थी कोचिंग सेंटर में लाइब्रेरी
MCD का ओर से राउ IAS कोचिंग सेंटर को 2021 में सर्टिफिकेट जारी किया गया था। जिसमें कहा गया था कि बेसमेंट में सिर्फ स्टोरेज की अनुमति है। वहां कोई व्यवसायिक गतिविधि नहीं चलाई जा सकती है। घटना के बाद MCD ने कहा है कि कोचिंग सेंटर में लाइब्रेरी अवैध रूप से चलाई जा रही थी। बिल्डिंग प्लान और फायर ब्रिगेड के NOC में कोचिंग के अधिकारियों ने बताया था कि बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग और स्टोर रूम के लिए किया जाएगा।