दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज आतंकियों पर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने राजस्थान और यूपी एसटीएफ के सहयोग से अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) आतंकी संगठन के 14 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। वहीं झारखंड में एटीएस की टीम ने 14 जगहों पर छापेमारी कर 7 आतंकियों को पकड़ा।
भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद
आतंकियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया। पुलिस ने राजस्थान के भिवाड़ी से छह आतंकी और झारखंड और यूपी से आठ यानी कुल 14 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। लोहरदगा से गिरफ्तार हुए आतंकी से हथियार भी बरामद हुए।
पुलिस ने बताया कि अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े 14 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। संदिग्ध अलग-अलग राज्यों से थे, जिसका मुखिया झारखंड का डॉक्टर इश्तियाक था। फिलहाल अलग-अलग स्थानों पर छापामारी चल रही है और अतिरिक्त गिरफ्तारियों की भी संभावना है।
2014 में बना था आतंकी संगठन
जानकारी के मुताबिक, अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट का अंसारुल्लाह बांग्ला टीम आतंकी संगठन के साथ संबंध है। 2014 में स्थापित प्रतिबंधित आतंकी संगठन अल-कायदा की एक यूनिट एक्यूआईएस अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, बर्मा और बांग्लादेश में एक्टिव है।
समूह इस्लामिक राज्य स्थापित करने के लिए जिहाद छेड़ना चाहता है। इस आतंकी संगठन से जुड़े लोगों का उद्देश्य झारखंड में आतंक का प्रचार करना, समान विचारधारा वाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाना और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए भर्ती करना है, ताकि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को ‘नियम’ स्थापित करके उखाड़ फेंका जा सके और भारत में गजवा-ए-हिंद’ को लागू किया जा सके। गिरफ्तार सभी आतंकवादी इसके प्रचार प्रसार करने में ही जुटे थे।
क्या है संगठन का उद्देश्य
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पूछताछ पर आतंकी संगठन से जुड़े युवकों ने कहा कि संगठन का उद्देश्य क्षेत्र में आतंक का प्रचार करना, युवाओं को कट्टरपंथी बनाना, भारत में शरिया कानून स्थापित करने के साथ-साथ बांग्लादेश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और भारत में गजवा ए हिंद को लागू करने के लिए एक नियमित भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देना है।
झारखंड के 7 जिले बने आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल का ठिकाना
झारखंड के रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग समेत सात जिले आतंकवादी संगठनों के स्लीपर सेल का ठिकाना बना हुआ है। इन सभी जिले आतंकियों के स्लीपर सेल को पनाह देती रही है। यहां कई सालों से आतंकी अपनी गतिविधियों का रोड मैप व साजिशों तैयार कर रहे है।
26 स्लीपर सेल गिरफ्तार
आपको बता दें कि पिछले 13 साल के दौरान राज्य इन सभी सातों जिले से आतंकवादी संगठनों के 26 स्लीपर सेल गिरफ्तार हो चुके हैं।