Reliance Jio ने केंद्र सरकार से 2G और 3G नेटवर्क को बंद करने के लिए पॉलिसी बनाने का निवेदन किया है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया(TRAI) ने पब्लिश किए गए कंसल्टेशन पेपर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन थ्रू 5G इकोसिस्टम पर फीडबैक में कंपनी ने इन नेटवर्क्स का यूज करने वालों को 4G और 5G नेटवर्क्स पर शिफ्ट करने का सुझाव दिया है।
5G की डवलेपमेंट में रुकावटों के लिए पॉलिसी
एक अन्य टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आईडिया ने भी इसी तरह का सुझाव दिया है। इसका कहना है कि इस तरह की रुकावटों से डिजिटल विभाजन हो रहा है और 5G के इकोसिस्टम पर असर पड़ रहा है। TRAI ने 5G के लिए इकोसिस्टम के डवलेपमेंट में रुकावटों के लिए पॉलिसी लानी चाहिए। इससे नेटवर्क पर गैर जरूरी कॉस्ट से बचा जा सकेगा और सभी कस्टमर्स 4G और 5G सर्विसेज पर शिफ्ट किए जा सकेंगे।
एयरटेल और रिलायंस जियो दे रहा 5G सर्विसेज
Bharti Airtel और रिलायंस जियो अपने कस्टमर्स को 5G सर्विसेज उपलब्ध करवा रही है। इन कंपनियों के पास इस सर्विस के लिए 12.5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। हालांकि एयरटेल और रिलायंस जियो 4G के मौजूदा रेट्स पर 5G कनेक्टिविटी दे रही हैं। इसमें अनलिमिटेड 5G डेटा शामिल है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये कंपनियां जल्द अपने अनलिमिटेड 5G प्लान बंद कर सकती हैं और इस सर्विस के लिए प्लान के चार्ज बढ़ सकते हैं।
5G प्लान हो सकते हैं 5 से 10 प्रतिशत महंगे
ये दोनों टेलीकॉम कंपनियां लगभग एक साल से अनलिमिटेड डाटा प्लान के साथ 4G के रेट्स पर 5G सर्विसेज दे रही हैं। इसका कारण मौजूदा सब्सक्राइबर्स को 5G पर अपग्रेड करने के लिए प्रोत्साहित करना है। एनालिस्ट्स का अनुमान है कि यह स्थिति जल्द बदल सकती है क्योंकि ये कंपनियां सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ने के साथ अपना रेवेन्यू बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं। इन कंपनियों के 5G प्लान 4G की तुलना में 5-10 प्रतिशत तक महंगे हो सकते हैं।