अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रितष्ठा का देश विदेश से लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच खादी ऑर्गेनिक नाम की एक वेबसाइट इन दिनों खूब चर्चा में है। दावा किया जा रहा है कि वे राम मंदिर का प्रसाद फ्री में घर घर तक पहुचाएंगे। बताया जा रहा है कि बस इसके लिए आपको खादी ऑर्गेनिक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑर्डर करना होगा।
क्रिएटर्स का दावा फेक
वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर इसको लेकर जंग छिड़ गई है। क्रिएटर्स दावा कर रहे हैं कि ये वेबसाइट फेक है और लोगों की आस्था के साथ खेल रही है। क्रिएटर्स का कहना है कि न तो राम मंदिर ट्रस्ट ने ऐसी किसी वेबसाइट को पेश नहीं किया है न ही सरकार ने ऐसे कोई पोर्टल को लॉन्च किया है। अब सवाल है कि अगर ये स्कैम नहीं है तो क्या है
क्रिएटर्स का कहना है कि इसकी क्या गारंटी है कि प्रसाद में राम मंदिर के असली प्रसाद का मिश्रण होगा। स्कैम न तो पैसे की बात करना और न ही डीलवरी देना है बल्कि एक मार्केटिंग स्ट्रेटजी के रूप में राम मंदिर और फ्री प्रसाद का यूज करके एक ई-कॉमर्स ब्रांड बनाना है क्योंकि खादी ऑर्गेनिक इससे अब तक 20 मिलियन+ वेबसाइट इंप्रेशन और 2 मिलियन+ Product Sales कर चुका है।
आपको बता दें कि क्रिएटर्स के जवाब में खादी ऑर्गेनिक की तरफ से भी कई पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। जिसमें यहां तक दावा किया गया है कि अगर प्रसाद में असली प्रसाद का मिश्रण होगा तो ही वे डिलीवरी देंगे।
स्कैम को लेकर उनका कहना है कि ऑर्गेनाइजेशन ने प्रसाद से जो भी अब तक पैसा जुटाया है वह बाकि रेवेन्यू से अलग रखा गया है। दोनों ही अपनी अपनी जगह खुद को सही साबित करने में लगे हैं। हालांकि सच्चाई क्या है? इस पर कहना कठिन है।
Khadi कमिशन के अध्यक्ष ने बताई सत्यता
इस मामले पर Khadi and Village Industries Commission के अध्यक्ष मनोज कुमार भी पहले ही वेबसाइट की सत्यता की जांच करवा चुके हैं। जिसमें कहा गया है कि इस वेबसाइट का खादी के नाम से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही इसका KVIC से भी कोई कनेक्शन नहीं है।