हिमाचल ख़बरिस्तान - हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में शनिवार सुबह बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक घर के ढह जाने से तीन लोगों के मारे जाने की आशंका है। जिला चंबा के भटियात उपमंडल के चुडाना गांव में बारिश के कारण बहकर आए मलबे में दबने से पति-पत्नी व बेटे की मौत हो गई है। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे शवों को बाहर निकाल लिया है।
चुडाना गांव के धर्मलाल अपनी पत्नी व 15 वर्षीय बेटे संग स्लेटपोश मकान में सोए थे कि शुक्रवार देर रात बारिश के साथ बहकर आया मलबा मकान की दीवार को तोड़ता हुआ अंदर आ घुसा। इससे तीनों मलबे में दब गए। मकान की दीवार ढहने की आवाज सुनकर साथ के मकान में सोए लोग नींद से जाग गए। इसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत राहत व बचाव कार्य आरंभ किया। लेकिन तब तक मलबे में दबे तीनों की मौत हो चुकी थी। एसडीएम जगन ठाकुर ने घटना की पुष्टि की है।
25 अगस्त तक अलर्ट
Chamba District Emergency Operation Center (DEOC) के अधिकारियों ने कहा कि चौवारी तहसील के बनेत गांव में तड़के करीब साढ़े चार बजे भूस्खलन हुआ। अधिकारियों ने बताया कि मंडी में सुबह चार बजकर 15 मिनट पर आई बाढ़ के बाद बल्ह, सदर, थुनाग, मंडी और लामाथाच में कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया। सड़क के किनारे खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और निवासी अपने घरों के अंदर फंसे रहे। हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने 25 अगस्त तक राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी के कारण भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग, कांगड़ा, चंबा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सिरमौर, सोलन, हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ अगले तीन-चार दिनों के लिए अगले 24 घंटों के दौरान बारिश बढ़ने की संभावना है। निर्देशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा। मोख्ता ने जिला आपातकालीन संचालन केंद्रों (डीईओसी) को पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने के लिए कहा क्योंकि इस अवधि के दौरान भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटना, रॉक-स्लाइड, नदियों में जल स्तर में अचानक वृद्धि, खराब दृश्यता और आवश्यक सेवाओं में व्यवधान हो सकता है।