पंजाबी समय-समय पर विदेश में पंजाब और अपने माता-पिता का नाम रौशन करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में नवांशहर के भरत कलां गांव के हरमनदीप सिंह का नाम जुड़ गया है। हरमनदीप सिंह ने इटली में ट्रेन ड्राइवर की नौकरी हासिल की है। अब वो इटली की ट्रेन चलाएगा। हरमनदीप सिंह टारंटो से ब्रेनरो तक ट्रेन का रूट मिला है।
हरमन ने बदली धारण, खोले रास्ते
आपको तो पता ही है कि इटली आने वाले ज्यादातर भारतीय खेती और डेयरी फार्मिंग से जुड़े काम ही करते थे। अब हरमनदीप ने ट्रेन ड्राइवर की नौकरी पाकर इन सभी धारणाओं को बदल दिया है। अब युवा चाहें तो वह किसी भी मुल्क में जाकर अपनी राह खुद बना सकते हैं। उसने बाकी युवाओं के लिए भी रास्ते खोल दिए हैं।
वह 8 साल की उम्र में इटली चले गए
बता दें कि हरमनदीप सिंह 8 साल की उम्र में ही इटली चला गया था। उसके माता-पिता बताते हैं कि उनका बेटा शुरू से ही पढ़ाई में बहुत होशियार था। वे लोग परिवार के साथ मंटोवा जिले के चेरेस में रहते हैं। हरमनदीप ने अपनी प्राथमिक शिक्षा मंटोवा से हासिल करने के बाद ट्रेन ड्राइवर का कोर्स कंप्लीट किया। जिसके बाद उसने इटली सरकार में नौकरी पाने के लिए टेस्ट पास किया। जिसके बाद उसे नौकरी मिल पाई।