रूस में फंसे पंजाब के युवाओं के 2 और वीडियो सामने आए हैं। जिसमें उन्होंने 17 मार्च को एक वीडियो बनाकर भारतीय दूतावास और केंद्र सरकार से गुहार लगाई थी कि उन्हें रूस से बाहर निकालने में मदद की जाए क्योंकि उन्हें यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ने के लिए भेजा जा रहा है। 10 दिन फ्रंट लाइन पर ड्यूटी करने के बाद अब उन्हें 3 दिन छुट्टी के लिए वापस भेज दिया गया है।
वहीं कुछ दिनों बाद युवक ने एक और वीडियो बनाया जिसमें उसने बताया कि वह इस वक्त यूक्रेन में है और उसे रूसी सेना ने यूक्रेन से युद्ध लड़ने के लिए भेजा है। 10 दिन फ्रंट लाइन पर ड्यूटी करने के बाद अब उन्हें 3 दिन छुट्टी के लिए वापस भेज दिया गया है।
3 युवकों की गोली लगने से मौत
यूक्रेन के साथ युद्ध में तीन युवकों की गोली लगने से मौत हो चुकी है और तीन दिन की छुट्टी के बाद उन्हें फिर से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए अग्रिम पंक्ति में भेजा जाएगा। जहां उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है। उनके परिवार वालों को उनके शव तक भी नहीं पहुंच पाएंगे।
इसलिए उन्होंने केंद्र सरकार से उन्हें जल्द से जल्द वहां से निकालने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अभी तक भारतीय दूतावास ने उनसे संपर्क नहीं किया है। इस वायरल वीडियो में गुरदासपुर के डेरीवाल किरण गांव का युवक गगनदीप सिंह भी शामिल है। सबसे छोटी ऊंचाई वाला है। इसलिए उन्होंने केंद्र सरकार से उन्हें जल्द से जल्द वहां से निकालने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अभी तक भारतीय दूतावास ने उनसे संपर्क नहीं किया है। इस वायरल वीडियो में गुरदासपुर के डेरीवाल किरण गांव का युवक गगनदीप सिंह भी शामिल है। सबसे छोटी ऊंचाई वाला है।
इस दूसरे वीडियो के सामने आने के बाद रूस में फंसे गुरदासपुर के युवक गगनदीप सिंह के पिता बलविंदर सिंह और उनके परिवार वाले काफी चिंतित हैं, उन्होंने पंजाब और केंद्र सरकार से अपील की है कि उनके बच्चों को जल्द से जल्द वहां से निकाला जाए।
पंजाब और केंद्र सरकार से की अपील
इस दूसरे वीडियो के सामने आने के बाद रूस में फंसे गुरदासपुर के युवक गगनदीप सिंह के पिता बलविंदर सिंह और उनके परिवार वाले काफी चिंतित हैं, उन्होंने पंजाब और केंद्र सरकार से अपील की है कि उनके बच्चों को जल्द से जल्द वहां से निकाला जाए।