जालंधर नगर निगम कर्मचारियों ने सैलरी न मिलने के बाद अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। कच्चे कर्मचारियों का कहना है कि मेयर विनीत धीर के साथ उनकी पिछले हफ्ते मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में उन्होंने कहा था कि कच्चे कर्मचारियों को जल्द सैलरी दी जाए। पर उनके इस आदेश के बावजूद कर्मचारियों को सैलरी नहीं दी गई है।
कर्मचारियों को नहीं किया जा रहा पक्का
वहीं इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 15 सालों से काम कर रहे कर्मचारियों को पक्का नहीं किया जा रहा है। इस मुद्दे को भी हम मेयर के सामने उठा चुके हैं, उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही हमारी इन मांगों को पूरा करेंगे और न्याय दिलाएंगे।
मेयर को काम नहीं करने दिया जा रहा
वहीं कर्मचारी यूनियन नेता बंटी ने कहाकि उनके आउटसोर्स के साथियों की अभी तक सैलेरी नहीं दी गई। अधिकारी काम करना नहीं चाहते है या वह मेयर को काम नहीं करने देना चाहते। अधिकारियों की लॉबी कमजोर है और उन्हें लगता है कि सोची समझी साजिश के तहत मेयर को फेल करने की कोशिश की जा रही है।
सैलरी न मिलने पर काम बंद करने की दी चेतावनी
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर आज उनके कर्मियों को सैलेरी मिलती है तो अच्छा होगा, नहीं तो कल से सीवरेजा का काम, सफाई का काम और कूड़े की लिफ्टिंग के काम को बंद कर देंगे। वहीं कच्चे कर्मियों को लेकर नेता ने कहा कि उन्हें पता लगा कि 12 साल पहले 300 माली कर्मियों को पक्का किए जाने का काम चल रहा है।
उन्हें पता लगा कि कोर्ट में दायर केस वह हार चुके है। लेकिन उसके बावजूद अफसरों की मिलीभुगत से 38 कर्मियों को अपाइंट किया गया है, जबकि उनका यहां पर कोई काम नहीं हो रहा और ना ही वह ना कच्चे कर्मियों में है। उनकी मांग है कि पिछले 15 सालों से जो कच्चे कर्मी है, पहले उन्हें पक्का किया जाए।
आज मिल जाएगी सभी कर्मचारियों की सैलरी
वहीं मेयर विनीत मेयर ने इस मुद्दे पर कहा कि कर्मचारियों की जो मांगे हैं वह बिल्कुल जायज है। वह सैलरी न मिलने और पक्का न किए जाने को लेकर गुस्सा हैं। उनकी इन मांगों के पहल के आधार पर पूरा किया जाएगा। अधिकारियों को आदेश दिए जा चुके हैं और आज ही सभी कर्मचारियों की सैलरी आ जाएगी।