देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 2 से 3 रुपए तक कम हो सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अक्टूबर या नवंबर के महीने में तेल के दामों में कटौती की जा सकती है। तेल के दामों में कटौती की वजह इंटरनेशनल मार्किट में कच्चे तेल की कीमतों का कम होना है।
इस साल मार्च से अब तक कच्चे तेल की कीमतें 12 फीसदी तक कम हुई हैं। जिस कारण ऑयल मार्केटिंग और रिफाइनिंग कंपनियों का मार्जिन बढ़ा है। ऐसे में पेट्रोल- डीजल के दाम में कटौती की गुंजाइश है।
मार्च में सस्ता हुआ था पेट्रोल-डीजल
रेटिंग एजेंसी इक्रा की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इम्पोर्ट होने वाले क्रूड ऑयल की एवरेज कीमत इस महीने कम होकर 74 डॉलर प्रति बैरल रह गई है। मार्च में इनके दाम 83-84 डॉलर थे। आखिरी बार मार्च में ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें 2 रुपए प्रति लीटर घटाई गई थीं।
15 रुपए लीटर प्रॉफिट कमा रही हैं तेल कंपनियां
इक्रा एजेंसी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट गिरीश कुमार कदम ने कहा, 'मार्च-सितंबर के बीच ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की कमाई पेट्रोल पर 15 रुपए और डीजल पर 12 रुपए प्रति लीटर बढ़ी है। ऐसे में यदि कच्चे तेल के दाम स्थिर रहते हैं, तो दाम 2-3 रुपए लीटर घटाए जा सकते हैं।