Mohammed Rafi career had faltered once : हिंदी म्यूजिक इंडस्ट्री की बात करते ही सबकी जुबां पर सबसे पहला नाम मोहम्मद रफी का आता है। 24 दिसंबर को मोहम्मद रफ़ी की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 24 दिसंबर 1924 को सिंगर का जन्म ब्रिटिश इंडिया के पंजाब में हुआ था। छोटे से गांव से निकल कर मोहम्मद रफ़ी साहब ने हिंदी इंडस्ट्री में अपनी नई पहचान बनाने के साथ ही म्यूजिक जगत को एक नई दिशा दी। आज उनके 100वें जन्मदिन के मौके पर उनके करियर और जिंदगी से जुड़े अनसुने किस्से बताने जा रहे हैं।
डगमगाते करियर को संभाला
ये कहानी मोहम्मद रफी के उस गाने की है जिसने उनके डगमगाते करियर को संभाला था। 70 के दशक में किशोर कुमार का करियर पीक पर था। ज्यादातर म्यूजिक डायरेक्टर अपनी फिल्मों के गाने किशोर कुमार से गवाते थे और इसी वजह से धीरे-धीरे मोहम्मद रफी का करियर डगमगाने लगा और उनको काम मिलना बंद हो गया। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह राजेश खन्ना को बताया जाता है।
किशोर कुमार से मिली टक्कर
70 के दशक सुपरस्टार राजेश खन्ना की फिल्मों के लिए उनकी पहली पसंद किशोर कुमार थे। ऐसे में जब भी कोई फिल्म डायरेक्टर राजेश खन्ना के साथ फिल्म बनाता तो उसके गाना किशोर कुमार को मिलना लाजमी सा हो गया था। साल 1973 में धर्मेंद्र की फिल्म लोफर आई जिसमें मोहम्मद रफ़ी की आवाज में एक ऐसा गाना था जिसने दर्शकों को मदहोश कर दिया। धर्मेंद्र और मुमताज पर फिल्माया फिल्म 'लोफर' का गाना 'आज मौसम बड़ा बेईमान है' संगीत प्रेमियों की जुबां पर है।
सुपरहिट थी फिल्म 'लोफर'
ये गाना आज भी लोगों की जुबां पर चढ़ा हुआ है। बारिश के सुहाने मौसम में आज भी आपको कोई न कोई ये गाना गुनगुनाते मिल ही जाएगा। इस गाने ने दर्शकों पर ऐसा जादू किया था कि सिर्फ इसकी वजह से कई लोगों ने फिल्म दोबारा देखी। जहां एक तरफ धर्मेंद्र और मुमताज की फिल्म ने रफी साहब के करियर को संभाला। वहीं उनके गाने ने फिल्म को जबरदस्त हिट बना दिया। 'आज मौसम बड़ा बेईमान है' के साथ फिल्म और धर्मेंद्र-मुमताज की जोड़ी भी सुपरहिट हो गई थी।