मिस वर्ल्ड की मेजबानी 28 साल बाद भारत लौटी है। 9 मार्च को दुनिया की निगाहें भारत पर होंगी, क्योंकि मिस वर्ल्ड-2023 का फिनाले आज शाम मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में होगा। भारत की तरफ से फेमिना मिस इंडिया-2022 की विनर सिनी शेट्टी भारत को रिप्रजेंट कर रही हैं। 27 साल पहले भारत ने इस प्रतियोगिता की मेजबानी बेंगलुरु में की थी और ये आयोजकों के साथ अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एबीसीएल) के लिए बहुत अच्छा अनुभव नहीं था। 5 दशक से सिनेमा की दुनिया में सक्रिय अमिताभ बच्चन सिनेमा की दुनिया का बड़ा नाम हैं। 70 के दशक से लंबूजी, शहंशाह, बिग बी और महानायक जैसे ढेरों नाम और खिताब मिल चुके हैं। लेकिन, ये सफर बिलकुल भी आसान नहीं था। कठिन संघर्षों से मिल सफलता के बाद एक दौर ऐसा भी आया, जब उन्हें अपनी जिदंगी के सबसे बुरे दौर से गुजरा पड़ा और उसके कारण मिस वर्ल्ड की मेजबानी ही थी।
भारत में मेजबानी करने का मिला था प्रस्ताव
वीर सांघवी के दिए एक इंटरव्यू में अमिताभ ने साझा किया था कि उन्हें शो आयोजित करने वाली कंपनी से भारत में इसकी मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की मेजबानी करने का प्रस्ताव मिला था और वह हां कहने से घबरा रहे थे। क्योंकि हमारे पास प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए केवल चार महीने थे। उन्होंने हां करने से पहले अपनी कंपनी एबीसीएल की अपनी टीम से बात की और ऐसा 'सावधानीपूर्वक' किया। लेकिन, आगे जो हुआ वह बिल्कुल सोचा ही नहीं था। बेंगलुरु शहर में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के आयोजन का ऐलान हुआ, कर्नाटक में दो तरह के आंदोलन शुरू हो गए। एक तरफ फेमिनिस्ट महिलाओं का कहना था कि इस तरह की सौंदर्य प्रतियोगिता से बड़ी संख्या में महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश होती है। महिला जागरण संगठन की अध्यक्ष आर। शशिकला ने धमकी दी कि अगर हम मिस वर्ल्ड को रोकने में विफल रहे, तो हम आत्मदाह कर लेंगे। वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना था कि इस तरह के कार्यक्रम से समाज की संस्कृति और सभ्यता खतरे में पड़ जाएगी। प्रदर्शन इतना ज्यादा उग्र हो गया कि आखिरकार मिस वर्ल्ड में होने वाली कई तरह की प्रतियोगिताओं में से एक स्विम सूट को बेंगलुरु के बजाय सेशेल्स में कराया गया।
इस तरह की प्रतिक्रिया चौंकाने वाली थी, क्योंकि इससे ठीक दो साल पहले, ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन ने क्रमशः मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था और भारत ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था। जब 1996 में मिस वर्ल्ड को कट्टरपंथियों से ऐसी प्रतिक्रिया मिली तो बिग बी भी हैरान रह गए। अमिताभ ने बताया कि मिस इंडिया का आयोजन 1947 से भारत में हो रहा है और इसे कभी इतनी नकारात्मकता नहीं मिली। वीर सांघवी के साथ बातचीत में अमिताभ ने कहा था कि जब आप प्रतिक्रिया के बारे में बात करते हैं, तो आप एक छोटे लेकिन मुखर समूह का जिक्र कर रहे हैं जो प्रतियोगिता का विरोध करता है। बड़े पैमाने पर जनता की प्रतिक्रिया पर विचार करने के लिए हां कहने से पहले हमने एक सर्वेक्षण चलाया। उस सर्वेक्षण में कहा गया था कि लोगों ने प्रतियोगिता को मंजूरी दे दी है। मैं अब भी मानता हूं कि मिस वर्ल्ड को कुल मिलाकर व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है या कम से कम, जनता इस प्रतियोगिता के विरोध में नहीं है। तो इस लिहाज से सर्वे सही था। हमने इस बात पर विचार नहीं किया कि एक बहुत ही मुखर अल्पसंख्यक वर्ग होगा जो हर कीमत पर मिस वर्ल्ड का विरोध करेगा।
अमिताभ ने कहा था कि यह दुनिया को यह दिखाने का अवसर था कि भारत एक विश्व स्तरीय कार्यक्रम की मेजबानी करने में सक्षम है, जिसे दुनिया भर में देखा जाएगा। उन्होंने कहा था कि अगर हमने मिस वर्ल्ड को ना कह दिया होता, तो इसका मतलब यह निकाला जाता कि भारत कह रहा है कि हमारे पास ऐसा करने की क्षमता नहीं है। अमिताभ बच्चन को लगा था कि मिस वर्ल्ड जैसे कार्यक्रम के आयोजन से उन्हें अच्छा-खासा मुनाफा होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मिस वर्ल्ड के आयोजन के बाद बच्चन 70 करोड़ रुपए के कर्ज में फंस गए। हालात ये हो गए कि बिग भी अपना बकाया भी नहीं चुका पाए। बैंक ने पैसा वसूली के लिए उनको नोटिस भेज दिया, जिसके बाद बैंक का कर्ज तोड़ने के लिए अमिताभ बच्चन को जुहू में अपना बंगला गिरवी रखना पड़ा था। कंपनी के खिलाफ कई केस कोर्ट पहुंच गए और बिग बी को मुकदमों का सामना करना पड़ा।