बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन को बुधवार को लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी लता मंगेशकर की 2022 में निधन के बाद परिवार और ट्रस्ट ने सुर सम्राज्ञी की याद में इस सम्मानित पुरस्कार की स्थापना की थी। कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि अमिताभ बच्चन को लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड के लिए चुना गया है। इनके अलावा म्यूजिक डायरेक्टर एआर रहमान को मास्टर दीनानाथ अवॉर्ड और एक्टर रणदीप हुड्डा को विशेष पुरस्कार से नवाजा गया।
मिथुन चक्रवर्ती और ऊषा उत्थुप समेत अन्य को बीते दिन पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। अब 24 अप्रैल की शाम, 81 साल से अमिताभ बच्चन को ये सम्मान रंगमंच-संगीत के दिग्गज और मंगेशकर भाई-बहनों के पिता दीनानाथ मंगेशकर के स्मृति दिवस पर दिया गया है। जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। उसमें वह मुस्कुराते हुए दिख रहे हैं।
अमिताभ बच्चन ने हृदयनाथ मंगेशकर से बोला था झूठ
अमिताभ बच्चन ने कहा, 'मैंने कभी खुद को इस तरह के पुरस्कार के लायक नहीं समझा, लेकिन हृदयनाथ जी ने बहुत कोशिश की कि मैं यहां आऊं। उन्होंने मुझे पिछले साल इस समारोह के लिए आमंत्रित भी किया था। हृदयनाथ जी, मैं पिछली बार आपसे माफी मांगता हूं। मैंने तब आपको बताया था कि मैं अस्वस्थ हूं। जबकि मैं स्वस्थ था, लेकिन यहां नहीं आना चाहता था। इस साल मेरे पास कोई बहाना नहीं था, इसलिए मुझे यहां आना पड़ा।'
कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं आशा भोसले
मंगेशकर परिवार में भाई-बहनों में तीसरे नंबर की गायिका उषा मंगेशकर ने बच्चन को पुरस्कार से सम्मानित किया। पहले, मंगेशकर की दूसरी बहन और प्रसिद्ध गायिका आशा भोसले को पुरस्कार प्रदान करना था, लेकिन वह अस्वस्थ होने के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं।
2023 में आशा भोंसले को मिला था अवॉर्ड
बता दें कि लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार के नाम से जाना जाने वाला यह पुरस्कार हर साल उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने राष्ट्र, उसके लोगों और समाज के प्रति बढ़-चढ़कर योगदान दिया हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसके पहले प्राप्तकर्ता थे, उसके बाद 2023 में आशा भोंसले को यह पुरस्कार दिया गया था।