Madras Thorn, body will be filled with the power to fight 100 diseases like cancer : जलेबी शब्द सुनते ही एक मीठी, कुरकुरी मिठाई का ख्याल आता है और मुंह में पानी आ जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि जलेबी एक फल भी है, जो पेड़ों पर उगता है। जीहां यह फल देश के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है। यह फल इमली की तरह दिखता है और जलेबी की तरह टेढ़ा-मेढ़ा होता है। पकने पर यह फल लाल और पीले रंग की जलेबी जैसा दिखता है और स्वाद में हल्का मीठा होता है। दिलचस्प बात यह है कि यह फल सेहतमंद गुणों से भरा होता है। कैंसर जैसी बीमारियों में भी यह फायदेमंद साबित हो सकता है।
पोषण तत्वों से भरपूर जंगली जलेबी
जंगली जलेबी में विटामिन C की भरपूर मात्रा होती है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जंगल जलेबी में विटामिन C के अलावा प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन, थायमिन, राइबोफ्लेविन जैसे कई पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
कैंसर जैसी बीमारी में भी फायदेमंद
रिसर्च गेट में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, जंगल जलेबी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी माना जाता है। इसके नियमित सेवन से डायबिटीज की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। यह फल आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने में भी इस्तेमाल होता है। इसके अलावा इसमें एंटी-कैंसर गुण होते हैं जो कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं।
100 से अधिक बीमारियों की दवा
इसके अलावा, जंगली जलेबी पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी सहायक होती है, जिससे पेट स्वस्थ रहता है। यह फल 100 से भी अधिक बीमारियों में लाभकारी साबित होता है। जंगली जलेबी को आप कच्चा छीलकर खा सकते हैं या फिर इसे सुखाकर इसका मुरब्बा भी बना सकते हैं। कई लोग इसे रायते के रूप में भी खाते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम 'पिथेसेलोबियम डुल्स' है। इसे जंगली जलेबी, मंकी पॉड फ्रूट, मनीला इमली और मद्रास थॉर्न के नामों से भी जाना जाता है।