जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट में पिछल दिनों 7 प्लॉटों में धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे। जिसमें करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ था। लेकिन अब एक अन्य प्लॉट का मामला भी सामने आया है। जिसके चलते Improvement Trust विवादों में आ गया है। 3 एसोसिएशन ने मिलकर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ट्रस्ट के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए है।
मामले की जानकारी देते हुए होशियारपुर के रहने वाले यशपाल सियाल ने बताया कि उन्होंने 2011 में प्लॉट के लिए काफी उम्मीदों के साथ अप्लाई किया था, जिसके बाद उन्हें 2011 में प्लॉट अलाट हो गया था। 2014 में उन्होंने प्लॉट के लिए पूरी रकम भी दे दी थी। आरोप है कि लेकिन वहां पर कोई डवेल्पमेंट नहीं हुई।
यशपाल ने बताया कि Improvement Trust ने 2016 में इस स्कीम को री लांच किया, लेकिन कोई डिवेल्पमेंट नहीं।
सिद्धू समेत कई नेताओं को मिले
यशपाल ने कहा कि इस मामले को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू सहित कई मंत्रियों से उन्होंने चंडीगढ़ में जा कर मुलाकात भी की लेकिन कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद यशपाल ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर कोर्ट केस फाइल किया था और वह इस केस को जीत गए। उन्होंने कहा कि एक्जीक्यूटिव ऑफिसर के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किए है।
2023 के बाद से लॉलीपॉप ही दे रहे
वहीं, इस मामले को लेकर इंदरापुरी वेलफेयर सोसायटी के प्रेसिडेंट रमन कुमार ने कहा कि 2009 में कब्जा जबरदस्ती दिया गया। जिसमें कोई सुविधा नहीं थी। ना कोई बिजली, पानी और रास्ता था। उन्होंने कहा कि पैसे वापिस मांगे गए थे। 2023 के बाद पेमेंट नहीं दे रहे लॉलीपॉप ही दे रहे है। रमन ने कहा कि 200 से ज्यादा लोगों ने केस किया हुआ है कई को पेमेंट मिल भी गई है। ट्रस्ट के चेयरमैन संघेड़ा समेत ईओ पर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि हमें इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट से मुक्त किया जाए।
45 करोड़ ट्रस्ट से लेना बाकी
तीन एसोसिएशन इंदिरापुरम मास्टर गुरबंता सिंह एन्क्लेव (in 2006), बीबी भानी कॉम्प्लेक्स (2010 में), सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन (2011 और 2016 में) ने इक्ट्ठे होकर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट पर आरोप लगाए है। कोर्ट के ऑर्डर आने के बावजूद भी ट्रस्ट हमारी पेमेंट नहीं कर रही है। 45 करोड़ ट्रस्ट की ओर से लेना है। 5-6 बार चेयरमैन के साथ मीटिंग हुई है।
38 करोड़ रुपए की हो चुकी पेमेंट
38 करोड़ रुपए हमारे पास आ चुका है लेकिन 45 करोड़ अभी भी पेंडिंग है। उन्होंने कहा कि पहले हमें रेगुलर पेमेंट आती थी। कोविड के दौरान ट्रस्ट पर लोन था लेकिन अब कोविड नहीं है पेमेंट हो सकती है।
उन्होंने कहा कि कंज्यूमर कोर्ट में 200 से अधिक लोगों के साथ मिलकर केस दायर किया है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी के संघेड़ा के साथ उनकी कई बार मीटिंग हुई, लेकिन कोई हल नहीं हुआ। उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि जो लोग कोर्ट से केस जीत चुके है और जिनके खिलाफ वारंट जारी किए गए है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें उनके पैसे वापिस लौटाकर मुक्त किया जाए।