जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन करते हुए 57वें दिन हो गए हैं। हालांकि उन्होंने मेडिकल सुविधा लेना स्वीकार कर लिया है, पर उनका अनशन अभी भी जारी है। मेडिकल सुविधा लेने के बाद उनकी सेहत पहले से बेहतर हो रही है और उन्होंने कहा कि हम सभी को एक होकर लड़ना होगा।
शरीर अब पहले से बेहतर
डल्लेवाल ने कहा कि मेडिकल सुविधा लेने के बाद से उनके शरीर में एसिड बनना बंद हो गया है अभी भी शरीर में काफी कमजोरी महसूस हो रही है और लगातार बेचैनी महसूस हो रही है। हम सब एक साथ हैं और सभी को मजबूत होकर लड़ना होगा। केंद्र पर दबाव कम नहीं होने दिया जाना चाहिए। जो लोग बात करने के लिए केंद्र में जाते हैं, वे वही करेंगे जो मंच उन्हें करने के लिए कहेगा।
26 नवंबर से आमरण अनशन पर हैं डल्लेवाल
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवंबर 2024 से आमरण अनशन पर हैं। मीटिंग का न्योता मिलने के बाद केंद्र के अधिकारियों ने किसानों को भूख हड़ताल खत्म करने के लिए कहा है। पर डल्लेवाल सिर्फ मेडिकल सुविधा लेने के लिए राजी हो गए। जिसके बाद उन्हें ग्लूकोज चढ़ाया।
किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला टाला
किसान नेताओं ने अपना दिल्ली कूच करने का फैसला टाल दिया है। संयुक्त मोर्चा किसान के सरवन सिंह पंधेर ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ 14 फरवरी से पहले मीटिंग करे और यह मीटिंग चंडीगढ़ में नहीं बल्कि दिल्ली में होनी चाहिए।
केंद्र फूट डालने की कोशिश में
पंधेर ने सुबह-सुबह कहा कि केंद्र सरकार फूट डालने की कोशिश कर रही है। पर हम उनकी इस कोशिश को कामयाब नहीं होने देंगे। वहीं दूसरे किसान संगठनों ने भी कूच टालने का स्वागत किया है और कहा कि डल्लेवाल की सेहत को देखते हुए मीटिंग जल्द रखी जानी चाहिए।
121 किसानों ने तोड़ा था अनशन
वहीं आमरण अनशन पर बैठे 121 किसानों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। केंद्रीय अधिकारियों के आश्वासन के बाद किसानों ने आमरण अनशन तोड़ने का फैसला किया है। पर डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी रहेगा। पर वह मेडिकल सुविधा लेने के लिए तैयार हो गए हैं।
केंद्र को किसानों की चिंता
प्रियरंजन ने कहा कि केंद्र को आमरण अनशन पर बैठे किसाने जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की चिंता है। हम यहां इसलिए आए हैं ताकि कोई रास्ता निकल सके। हमारी डल्लेवाल और दूसरे किसानों से अपील है कि वह अपनी भूख हड़ताल खत्म करें, पर किसानों ने ऐसा करने से इंकार कर दिया है।
डॉक्टर डल्लेवाल को लेकर जता चुके हैं चिंता
आपको बता दें कि डॉक्टर कह चुके हैं कि 14 फरवरी तक डल्लेवाल मेडिकल सुविधा पर जिंदा नहीं रह सकते। उन्हें अपना आमरण अनशन तोड़ना होगा। जिस पर किसान नेता काका सिंह ने कहा कि वह डल्लेवाल को आमरण अनशन तोड़ने के लिए जोर डालेंगे और मेडिकल ट्रीटमेंट लें।