सीरिया की राजधानी दमिश्क में इजराइल ने ईरानी दूतावास पर हमला किया था। जिसके बाद ईरान ने सबक सिखाने का ऐलान कर दिया था। जानकारी मुताबिक वीकेंड से पहले वह हमला कर सकता है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हम डिफेंस और अटैक दोनों के लिए तैयार हैं।
ईरान इजराइल में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने अपनी सेना इजराइल भेजी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का एयरक्राफ्ट कैरियर USS ड्वाइट आइजनहावर लाल सागर के रास्ते इजराइल पहुंच रहा है। ये ईरान की ओर से दागी जाने वाली मिसाइल और ड्रोन को रोकने में सक्षम है।
डिफेंस अधिकारी से कहा हम जंग को बढ़ाने से रोक रहे
रिपोर्ट के मुताबिक, एक अमेरिकी डिफेंस अधिकारी ने कहा हम जंग को बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही अमेरिकी बलों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हम मिडिल-ईस्ट में अतिरिक्त सेना भेज रहे हैं।
भारत समेत 5 देशों में एडवाइजरी जारी
वहीं इधर भारत समेत 5 देशों- अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें नागरिकों को ईरान और इजराइल न जाने की सलाह दी गई है।
ईरान में 4 हजार भारतीय
ईरान में लगभग 4,000 भारतीय रहते हैं। वहीं, इजराइल में 18,500 प्रवासी भारतीय रहते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत दोनों देशों से भारतीयों को बचाकर वापस देश लाने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा वहां भारतीयों के लिए सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।
1 अप्रैल को इजराइल ईरानी में की थी एयरस्ट्राइक
आपको बता दें कि 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एंबेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो टॉप आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने बदला लेने के लिए इजराइल पर अटैक करने की धमकी दी थी।
2019 की तरह अटैक कर सकता है ईरान
मिली जानकारी मुताबिक, इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद की पूर्व अधिकारी सिमा शाइन ने कहा कि इजराइल पर ईरान 2019 की तरह मिसाइल और ड्रोन अटैक कर सकता है। इससे काफी नुकसान भी होगा। बता दें कि सऊदी अरब पर मिसाइल अटैक हुआ था। सऊदी ने इसका आरोप ईरान पर लगाया था।
इजराइल के साथ कौन से देश खड़े रहेंगे
इजरायल के साथ बढ़ रही तनातनी की वजह से एक सवाल खड़ा हो रहा है कि अगर मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ता है, तो ईरान के साथ कौन से मुस्लिम देश खड़े होंगे। भले ही ईरान की मिडिल ईस्ट के सबसे बड़े मुस्लिम देश सऊदी अरब से टेंशन रही है, लेकिन कई अरब मुल्क उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं।
अगर इजरायल के साथ जंग होती है तो इराक, सीरिया, लेबनान, तुर्किए, कतर, जॉर्डन जैसे अरब मुस्लिम मुल्क ईरान के पक्ष में खड़े नजर आएंगे।