खबरिस्तान नेटवर्क: उत्तराखंड पुलिस की सतकर्ता इकाई (विजिलेंस) ने सोमवार को देहरादून जनपद के एक पटवारी को प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर 2000 रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े जाने के डर से आरोपी 500-500 के 4 नोट निगल गया। उसका अल्ट्रासाउंड भी करवाया गया लेकिन पेट में नोट नहीं दिखे।
टोल फ्री नंबर पर करवाई थी शिकायत दर्ज
विजिलेंस के अधीक्षक रचिता जुयाल ने बताया कि शिकायतकर्ता के द्वारा विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत भी दर्ज करवाई कि उसके भाईयों ने मूल निवास एवं जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। यह आवेदन ऑनलाइन चेक करने पर निरस्त हो गया। इस संबंध में पटवारी, गुलशन हैदर तहसील कालसी से फोन से संपर्क करने पर उक्त पटवारी के द्वारा उन्हें फोटो आई.डी और 2000/- रुपये लेकर आज तहसील कार्यालय में भी बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि आरोपी के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही चाहता था।
पटवारी को रंगेहाथ किया गिरफ्तार
जुयाल ने बताया कि उक्त शिकायत पर विजिलेंस सेक्टर देहरादून की ट्रैप टीम ने नियमानुसार, कार्रवाई करते हुए उक्त पटवारी गुलशन हैदर को तहसील कालसी के प्राइवेट कमरे से 2000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी उपरान्त विजिलेंस टीम अभियुक्त से पूछताछ करके अग्रिम कार्यवाही कर रही है। उन्होंने बताया कि निदेशक विजिलेंस डॉ. वी. मुरुगेसन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है।