आज कल का लाइफस्टाइल ऐसा हो गया है कि कोई न कोई बीमारी पकड़ ही लेती है। ऐसे में यदि आप लंबे समय तक हाथों से कोई एक्टिविटी नहीं करते हैं तो हाथों में झनझनाहट महसूस होने लगती है।
वहीँ अगर आपको हर वक्त हाथों में झनझनाहट महसूस हो रही है तो आपको अलर्ट होने की जरूरत है क्योंकि यह एक तरह की बीमारी की ओर इशारा करती है। मेडिकल लैंग्वेज में इसे कार्पल टनल सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। तो आज आपको इसी के बारे में बताते हैं कार्पल टनल सिंड्रोम
कार्पल टनल सिंड्रोम क्या है
आपको बता दें यह हाथों से जुड़ी एक समस्या है। यह समस्या तब होती है जब कलाई की कार्पल टनल में मीडियम नर्व पर दबाव पड़ने लगता है। कार्पल टनल एक ऐसा स्ट्रक्चर होता है जो हमारी कलाई के अंदर, जिसमें से हमारी नर्वस गुजरती है।
एक नर्व हमारे अंगूठे और उसके बगल वाली दो उंगलियों में जाती है और दूसरी लिटिल फिंगर और उसके बगल वाली उंगली से गुजरती है। जो नर्व अंगूठे और उसके बगल वाली उंगलियों तक जाती है उसके इरिटेट होने की संभावना ज्यादा होती है।
इसके होने के पीछे कई कारण होते हैं। अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म, डायबिटीज और ओबेसिटी है तो आप को कार्पल टनल सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। क्योंकि नसों के पास करने की जगह नहीं बचती है। अंदर की सॉफ्ट टिशू सूज जाता है।
कार्पल टनल सिंड्रोम से किस तरह से बचा जा सकता है
इसके लक्षण दिखाई देने पर न्यूरोलॉजिस्ट से मिलें, इसकी जांच कराएं। मामले की गंभीरता को समझते हुए इलाज करने में आसानी होगी।
अगर इस समस्या का डायग्नोज हो चुका है तो हाथों के मूवमेंट से बचें जैसे आटा गूंथना, स्कूटी चलाना
वहीँ रात को सोते समय स्प्रिंट पहन कर सोयें, इससे कलाई की मूवमेंट नहीं होती है