कहा जाता है कि दिन की शुरुआत अच्छे से हो तो सारा दिन अच्छा निकलता है। ऐसे में यदि आप अपनी डाइट का ध्यान रखते हैं तो आप अच्छा और एक्टिव फील करते हैं। दरअसल एक नए शोध में बात सामने आई है कि जो लोग अपने दिन की शुरुआत सब्जियों या सलाद खा कर करते हैं उनका ब्लड शुगर लेवल कण्ट्रोल में रहता है, इसके अलावा टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को भी कम करता है। इसकी वजह से व्यक्ति का दिन energetic निकलता है।
आपको बता दें अमेरिका में वेइल कॉर्नेल मेडिसिन में हुए शोध के मुताबिक नाश्ते में सब्जियां और सलाद खाने से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन ज्यादा एक्टिव नहीं होते हैं। इसकी वजह से मोटापा कम करने में भी मदद मिलती है। इस शोध को करने वाली वेइल कॉर्नेल मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अल्पना शुक्ला का कहना है कि किसी भी चीज का पोषण मूल्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम उसके बाद क्या खाते हैं।
बता दें सब्जियां खाने से पेट में फाइबर पहुंचता है, जिससे स्पंज जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। वहीँ जब कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जाता है, तो यह शुगर लेवल को भी मेन्टेन रखता है। जिसके परिणामस्वरूप शरीर द्वारा कम ग्लूकोज अवशोषित होता है। इससे इंसुलिन की आवश्यकता कम हो जाती है।
वहीँ फूड सीक्वेंसिंग, यानी कि किस चीज के बाद क्या खाना चाहिए, डायबिटीज रोगियों और प्री-डायबिटीज रोगियों को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाता है, लेकिन यह सामान्य आबादी के लिए भी अच्छा है। शोध से पता चला है कि जो लोग चावल खाने से पहले सब्जी का सलाद खाते हैं, उनके ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है।
रोटी या चावल जैसे कार्बोहाइड्रेट से पहले दाल और सब्जियों का सेवन, यहां तक कि सिर्फ 10 मिनट पहले भी, रक्त शर्करा के स्तर को संभावित रूप से 47% तक कम कर सकता है। पहले दाल और सब्जियां खाने से भूख भी कम लगती है और कुल मिलाकर कम खाना पड़ता है।
5 सब्जियां जो ब्लड शुगर को कण्ट्रोल रखती हैं
पालक ब्लड शुगर को कण्ट्रोल करता है
पालक में कार्बोहाइड्रेट कम और फाइबर अधिक होता है, जो इसे रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है। इसकी उच्च मैग्नीशियम सामग्री इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे कोशिकाएं ग्लूकोज का बेहतर उपयोग कर पाती हैं।
ब्रोकोली
ब्रोकोली एंटीऑक्सिडेंट, फाइबर और विटामिन से भरपूर होती है। इसमें मौजूद फाइबर रक्तप्रवाह में शर्करा के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे भोजन के बाद रक्त शर्करा के स्तर में बढ़ोतरी को रोका जा सकता है।
बेल मिर्च
बेल मिर्च में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम होते हैं लेकिन विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं। ये पोषक तत्व इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं, स्थिर रक्त शर्करा के स्तर का समर्थन करते हैं।
तोरई
तोरई कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली एक बहुमुखी सब्जी है, जिसका अर्थ है कि इसका रक्त शर्करा के स्तर पर न्यूनतम प्रभाव पड़ता है। इसमें पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो तृप्ति की भावना को बढ़ावा देता है और रक्त शर्करा के नियमन में सहायता करता है।
हरी फलियाँ
हरी फलियाँ कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी में कम होती हैं लेकिन विटामिन सी और के, साथ ही फोलेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। उनकी घुलनशील फाइबर सामग्री पाचन और शर्करा के अवशोषण को धीमा कर देती है, जिससे रक्त शर्करा में वृद्धि को रोका जा सकता है।