मोटापे को लंबे समय से दिल की बीमारी से लेकर कैंसर तक कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ा गया है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह पुरुषों में इनफर्टिलिटी में भी भूमिका निभाता है। जी हां, आपने सही सुना! एक रिसर्च की मानें तो ज्यादा वजन या मोटा होना पुरुष के प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। बता दें कि मोटापे से ग्रस्त पुरुषों में कम शुक्राणुओं की संख्या और खराब शुक्राणु गतिशीलता होने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा मोटापे को हार्मोनल असंतुलन से जोड़ा गया है, जिस वजह से शुक्राणु बनाने की प्रक्रिया में खलल पड़ता है। फैट टिशू (जिसे सामान्यतः वसा के रूप में जाना जाता है) एस्ट्रोजन का उत्पादन करता है, जो एक मुख्य रूप से फिमेल हार्मोन है। मोटे व्यक्तियों में, शरीर में अतिरिक्त फैट एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन के लेवल के बीच असंतुलन पैदा कर सकता है।
क्या हो सकते हैं मोटापे के कारण
जब बॉडी कैलोरी को बर्न नहीं कर पाती, तब वह फैट बनकर शरीर में इकट्ठी होने लगती है। इसकी कई वजहें हो सकती हैं। आइए जानते हैं इसके क्या कारण हो सकते हैं।
- अनहेल्दी डाइट मोटापे का सबसे बड़ा कारण है। ज्यादा प्रोसेसड फूड आइटम्स खाने से आपके शरीर में कैलोरी इकट्ठी होने लगती है। ज्यादा तला हुआ या मसालेदार खाना भी कैलोरी लेवल को बढ़ाता है।
- इनएक्टिव लाइफस्टाइल के कारण बॉडी सभी कैलोरी को बर्न नहीं कर पाती और वह शरीर में इकट्ठा होने लगती है। जिस वजह से बीएमआई बढ़ता है।
- साइकोलॉजिकल फैक्टर भी मोटापे के पीछे का एक बहुत बड़ा कारण है। एंग्जायटी, डिप्रेशन, बोरियत, अकेलापन इन कारणों से भी हम कई बार जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं और मोटापे का शिकार हो सकते हैं।
- जेनेटिक कारणों से भी मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। आपका मेटाबॉलिज्म जेनेटिक कारणों से भी स्लो हो सकता है। इस वजह से कैलोरी बर्न होने में समय लगता है या आप थोड़ा खाना भी खाते हैं, तो भी वजन बढ़ता रहता है।
- हार्मोन में बदलाव होने के कारण भी कई बार आपका मन खाने का करता रहता है। आपको खाने की जरूरत नहीं होती तब भी खाने की इच्छा होती रहती है। इस कारण आप ज्यादा खा लेते हैं और आपका वजन बढ़ जाता है।
पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या का समाधान क्या है?
मोटापे से बचना, उसका इलाज करने से ज्यादा आसान है। एक बार मोटापे का शिकार हो जाने पर इसका इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए इससे बचना ही ज्यादा फायदेमंद उपाय है। हालांकि कुछ बातों को ध्यान में रख कर मोटापे से बचा जा सकता है।
- एक्सरसाइज आपके बॉडी फैट को बर्न करने में मदद करता है। जिस कारण मोटापे का खतरा कम होता है। रोज 30 मिनट वॉकिंग, रनिंग, स्विमिंग, योग आदि करना मददगार साबित हो सकती है।
- हरी सब्जियां, फल, नट्स, दूध, दही, पनीर, होल ग्रेन आदि को अपनी डाइट में शामिल करें। फास्ट फूड, तेल, मसालों को कम खाने की कोशिश करें। प्रोसेसड फूड खाने से बचने के लिए आप हेल्दी स्नैक्स जैसे मखाने, मिक्स ट्रेल, को अपने पास रख सकते हैं, जिससे क्रेविंग होने पर आप बाहर का अनहेल्दी खाना नहीं खाएंगे।
- स्क्रीन टाइम कम करें, बाहर घुमने जाएं, वॉक करें, अपने फेवरेट आउटडोर गेम खेलें। इससे आपकी लाइफस्टाइल एक्टिव बनेगी और आपकी कैलोरी भी बर्न होगी।
- कुछ दवाएं, जैसे कि क्लोमिड, एफएसएच और टेस्टोस्टेरोन, स्पर्म उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
- कुछ मामलों में, सर्जरी, जैसे कि टेस्टीकुलर ट्यूब या नसों में रुकावट को ठीक करना, इनफर्टिलिटी की समस्या को ठीक करने में मदद कर सकती है।