चार दशकों से अधिक समय से, गुरुदेव ने श्वास, ध्यान और परिवर्तनकारी सुदर्शन क्रिया की शक्ति के माध्यम से लाखों लोगों के जीवन में आनंद लाने के लिए एक विश्वव्यापी आंदोलन को प्रेरित किया है। उनकी सरल लेकिन गहन तकनीकों ने न केवल व्यक्तिगत तनाव को दूर किया है, बल्कि कॉरपोरेट जगत की कार्यसंस्कृति को भी बदला है, समुदायों को सशक्त किया है और वैश्विक शांति पहलों का समर्थन किया है।
180 से अधिक देशों के लाखों लोग 20-23 मार्च तक होने वाले इस विश्व के सबसे बड़े खुशी उत्सव में गुरुदेव के साथ शामिल होने के लिए तैयार हैं। यह एक असाधारण सप्ताहांत होगा, जो आंतरिक शांति, आनंद और समग्र कल्याण को समर्पित है। इस वैश्विक उत्सव की शुरुआत विश्व खुशी दिवस (20 मार्च) को सुबह 8:00 बजे IST पर सत्त्व ऐप पर विशेष रूप से गुरुदेव द्वारा निर्देशित ध्यान के साथ होगी।
वैज्ञानिक अनुसंधान दर्शाते हैं कि सुदर्शन क्रिया चिंता को 80% तक, अवसाद को 78% तक और तनाव को 46.8% तक कम करने में प्रभावी है। विभिन्न समूहों–जैसे छात्र, पेशेवर, पूर्व सैनिक और स्वास्थ्य सेवा कर्मी–पर किए गए अध्ययनों ने इसके दीर्घकालिक मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि की है।
हैप्पीनेस डे के प्रमुख आयोजन
हैप्पीनेस वीकेंड के अंतर्गत, गुरुदेव हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और न्यूयॉर्क टाइम्स के बेस्टसेलिंग लेखक आर्थर ब्रूक्स के साथ वाशिंगटन, डी.सी. के वार्नर थिएटर में एक विचारोत्तेजक संवाद करेंगे। इस चर्चा में आज की अनिश्चित दुनिया में खुशी को अपनाने के व्यावहारिक तरीकों पर प्रकाश डाला जाएगा।
इसके अतिरिक्त, गुरुदेव को सेमाफोर के "द स्टेट ऑफ हैप्पीनेस 2025" में एक विशेष ध्यान सत्र का नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह कार्यक्रम गैलप और संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में 2025 वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट का अनावरण किया जाएगा, जो वैश्विक कल्याण प्रवृत्तियों पर महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
वैश्विक हैप्पीनेस कार्यक्रम
इस ऐतिहासिक सप्ताहांत से पहले आर्ट ऑफ लिविंग 17-23 मार्च तक वैश्विक खुशी कार्यक्रम (Global Happiness Program) आयोजित कर रहा है, जिसमें हजारों लोगों को तनाव प्रबंधन, भावनाओं को संतुलित करने और जीवन में संतुलन बनाए रखने की व्यावहारिक तकनीकों से सशक्त किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण है सुदर्शन क्रिया – एक शक्तिशाली लयबद्ध श्वास तकनीक, जिसने विश्वभर में लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया है।
जैसे-जैसे दुनिया खुशी की तलाश में आगे बढ़ रही है, गुरुदेव का यह संदेश हमें एक सरल लेकिन गहरा सत्य याद दिलाता है-"खुशी अभी और यहीं है।" इस आंदोलन का हिस्सा बनें और 20 मार्च को सुबह 8:00 बजे IST पर सत्त्व ऐप पर गुरुदेव के साथ ध्यान करें