भारतीय किसान यूनियन पंजाब (कादियां) के जिला प्रधान जसबीर सिंह लिट्टां समेत भारी तादाद में पहुंचे किसानों ने भाजपा उम्मीदवार व मंत्री को घेरा। साथ ही कहा ‘सानूं सवेर दा फाहे लाया, तुस्सी अंदर गुलाब जामुन खा रहे ओ, किसानां नू दिल्ली क्यों नहीं जान दित्ता, की अस्सी इस देश दे वासी नहीं।
सानूं सवेर दा फाहे लाया, तुस्सी गुलाब जामुन खा रहे ओ
वहीं जब भाजपा उम्मीदवार सोमप्रकाश ने बैठकर बात करने के लिए कहा तो किसान नेता बोले हमें तो सुबह से यहां घेर रखा है और आप लोग अंदर गुलाब जामुन का लुत्फ उठा रहे थे। हमें तो पुलिस आगे नहीं आने दे रही थी। किसान नेताओं ने एक-एक करके स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू न करने, अजय मिश्रा टैनी पर कार्रवाई में रोड़े अटकाने, शुभकरण पर गोलियां चलाने से लेकर चुनाव बांड के भ्रष्टाचार तक सवाल दागे।
किसानों ने ये पूछे 11 सवाल
1.आंदोलन के समय किसानों के सामने बैरिकेड क्यों लगाए, आंसू गैस क्यों छोड़ी, गोलियां क्यों चलाईं
क्या हम विदेशी हैं,किसानों को दिल्ली क्यों नहीं जाने दिया।
2. किसानों के ट्रैक्टर क्यों तोड़े, 400 किसान घायल क्यों किए, नौजवान किसान शुभकरण को गोली मारकर क्यों शहीद किया
3.MSP की कानूनी गारंटी का वायदा करके क्यों मुकरे, स्वामीनाथन रिपोर्ट क्यों लागू नहीं की, सी-2+50% फार्मूला लागू करने में क्या मुश्किल है
4.लखीमपुर खीरी के कातिलों में इंसाफ के लिए रोड़े क्यों अटकाए गए। अजय मिश्रा टैनी को सरकारी पनाह देने के लिए मंत्रीमंडल में क्यों रखा गया।
5. दिल्ली आंदोलन के समय किसानों पर दर्ज किए सारे केस वापस क्यों नहीं लिए
6. कारपोरेटों का कर्जा माफ करने में यदि दिक्कत नहीं तो किसानों की कर्ज माफी में क्या मुश्किल है।
7.बिजली संशोधन बिल 2020 वायदाखिलाफी करके पार्लियामेंट में क्यों पेश किया।
8.प्रदूषण वाले कानून में से खेती वाले क्षेत्र को बाहर क्यों नहीं निकाला।
9. चुनाव बांड के भ्रष्टाचार के जरिये देश को कारपोरेट घरों के पास क्यों बेचा गया।
10.भाखड़ा व पौंग डैमों पर डैम सेफ्टी एक्ट बनाकर पंजाब से क्यों छीने गए।
11.साइलोज के बहाने पंजाब की मंडियां क्यों तोड़ रहे हो।
पंजाब सरकार के खिलाफ भी मुर्दाबाद के नारे लगाए
राज्य मंत्री सोमप्रकाश खुद को किसानों का हमदर्द बताते हुए उनकी बात केंद्र सरकार में उठाने की बात बार-बार कहते रहे। इससे पहले किसान गुरुद्वारा सुखसागर भुलत्थ में एकत्रित हुए और पगड़ियों पर काली पट्टियां बांधकर जहां केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से रोके जाने पर पंजाब सरकार के खिलाफ भी मुर्दाबाद के नारे लगाए।
इस दौरान दलबीर सिंह नानकपुर जिला सीनियर उपप्रधान, जसविंदर सिंह माना तलवंडी जिला उपप्रधान, पूर्ण सिंह खस्सन ब्लाक प्रधान, जोगा सिंह ब्लाक प्रधान नडाला, सतपाल सिंह ब्लाक प्रधान ढिलवां, बहादुर सिंह ब्लाक प्रधान करतारपुर, चरणजीत सिंह, जग्गा पत्तड़, कश्मीर सिंह बोपाराय, जोगिदर सिंह सकत्तर ब्लाक भुलत्थ, बख्शीश सिंह ब्लाक प्रधान कपूरथला, गुरदेव सिंह खस्सन, जसपाल सिंह ब्लाक उपप्रधान काहलवां, बख्शीश सिंह खस्सन, गुरमेज सिंह, प्रितपाल सिंह, बलविंदर सिंह, मलकीत सिंह कमरावां, बलविंदर सिंह बगवानपुर, कमलजीत सिंह बागड़िया, महिंदर सिंह, बलजीत सिंह नंबरदार, बलविंदर सिंह सरपंच, जसवंत सिंह, भूपिंदर सिंह आदि मौजूद थे।