शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों को आज 155 दिन हो गए है। वह फरवरी से ही पंजाब-हरियणा के बीच प्रदर्शन कर रहे है क्योंकि उन्हें हरियाणा पुलिस की तरफ से 4 लेयर की पक्की बैरिकेडिंग लगा रोका हुआ है। वहीं आज किसानों ने आज हरियणा के अंबाला की अनाज मंडी में कार्यक्रम रखा था। लेकिन प्रशासन बैरिकेड्स लगाकर किसानों को हिसार-अंबाला रोड पर ही रोक दिया।
वापिस शंभू बॉर्डर जाएंगे
वहीं किसान नेताओं और प्रशासन के अधिकारियों के बीच बेठक भी हुई। जिसमें किसानों को अनाज मंडी में जाने की इजाजत नहीं दी गई। अब किसान शंभू बॉर्डर जाएंगे। वहां, वे वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेड़ा का सामान किया जाएगा।
कई किसानों को लिया हिरासत में
हालांकि इससे पहले ही पुलिस BNS की धारा 163 (पहले धारा 144) के तहत यहां भीड़ जुटाने पर रोक लगा चुकी है। वहीं किसानों को यहां पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा में धरपकड़ शुरू की जा चुकी है। किसान नेता अमरजीत सिंह मोहड़ी, समेत कई किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पहले यह प्रदर्शन पिछले किसान आंदोलन के नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए अंबाला के SP ऑफिस के घेराव का था। मगर, मंगलवार को जलबेड़ा को जमानत के बाद देर रात रिहाई भी मिल गई।
किसान दिल्ली कूच का कर चुके ऐलान
इससे पहले किसान नेता जगजीत डल्लेवाल दिल्ली कूच का ऐलान कर चुके हैं। उनका कहना है कि हमें सिर्फ शंभू बॉर्डर खुलने का इंतजार है।
नवदीप को 111 दिन बाद जमानत मिली
बता दें कि दिल्ली कूच के दौरान दर्ज मुकदमों में नवदीप जलबेड़ा को 111 दिन बाद जमानत मिली थी। मंगलवार रात अंबाला सेंट्रल जेल से रिहा किया गया था। इसे लेकर लोगों का आभार जताया जाना था। जिसके लिए किसान अंबाला शहर अनाज मंडी में एकत्रित हो रहे थे। जैसे ही किसान अनाज मंडी में एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
हरियाणा सरकार पर धक्केशाही के लगाए आरोप
हरियाणा पुलिस की ओर से एक बार फिर से पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर किसानों को रोका गया। जहां किसान नेता सरवन सिंह पंढेर की ओर से हरियाणा सरकार पर धक्केशाही के आरोप लगाए गए और जमकर नारेबाजी भी की गई।