किसान आंदोलन की शुरुआत के साथ ही पंजाबियों के खिलाफ दुष्प्रचार शुरू हो गया है। दुष्प्रचार करने वाले अपने-अपने हिसाब से पंजाबियों, किसानों और खासकर सिखों को लेकर सोशल मीडिया पर पर जहर उगल रहे हैं।
कोई किसानों को आतंकवादी कह रहा है कोई खालिस्तानी तो कोई डकैत। कल से ट्विटर पर खालिस्तानी ट्रेंड कर रहा है। इसमें किसानों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले यूजर की फेहरिस्त लंबी है।
असम के सीएम हेमंत बिस्व शर्मा के पैरोडी एकाउंट से एक फोटो पोस्ट की गई, जिसमें जीप की छत पर बैठा युवक अखबार पढ़ रहा है। इस लिखा था कि ये किसान हैं या डकैत। दरअसल ये फोटो 2020 में वायरल हुई थी। तब भी इस पर किसी भाजपाई ने ही लिखा ति ये जीप मर्सडीज की है और इसकी कीमत डेढ़ करोड़ रुपए है।
पर वास्तव में ये गाड़ी फोर्स मोटर्स की एसयूवी गुरखा है। इस गाड़ी के मालिक मनप्रीत सिंह हैं, जो कि पेशे से बिजनेसमैन हैं और उनका परिवार खेती करता है। मनप्रीत सिंह श्री आनंदपुर साहिब के रहने वाले हैं। यूं तो तनाव के इस माहौल में सबकी जिम्मेदारी बनती है कि वो कोई अफवाह या गलत जानकारी न शेयर करे। इस तरह किसानों के खिलाफ जहर उगलने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।