किसानों की तरफ़ से किए गए पंजाब बंद के कारण सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ा। पंजाब सरकार को वैट और जीएसटी से ही 90 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। जीएसटी, वैट, राजस्व और अन्य करों से सरकार को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। जालंधर की इंडस्ट्री को भी करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि शराब की दुकानें चार बजे के बाद खुलने से एक्साइज ड्यूटी से कोई नुकसान नहीं हुआ।
पिछले साल फरवरी से चल रहा किसान आंदोलन
फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन पिछले साल फरवरी से चल रहा है। वहीं खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज (बुधवार) 37वें दिन में प्रवेश कर गया है।
GST विभाग को 58 करोड़ का घाटा
पंजाब बंद के कारण राज्य का व्यापार बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ और लाखों रुपये का लेन-देन ठप हो गया। जानकारी के अनुसार GST से करीब 58 करोड़ रुपये और पेट्रोल-डीजल से करीब 36 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इसी तरह पेट्रोल-डीजल से वैट के रूप में 18 से 20 करोड़ रुपये की कमाई होती है। ट्रेनें न चलने से केंद्र सरकार खासकर रेलवे को भारी घाटा हुआ है।