हरियाणा के रुझान एक बार फिर पलट गए है। भाजपा को बहुमत मिलती दिख रही है। पहले कांग्रेस आगे चल रही थी। भाजपा 49 से 50 सीटों पर बढ़त बनाती दिख रही है। बीजेपी से नायब सैनी और कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा अपनी अपनी सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
कांग्रेस ने 35 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर धीरे-धीरे रिजल्ट शेयक किया जा रहा है। भाजपा प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है?
बता दें कि शुरआती रुझानों में सुबह 8 बजे कांग्रेस एक तरफा जीत की तरफ थी लेकिन 9 बजे के बाद सीटों में उलटफेर देखने को मिला। कांग्रेस पार्टी ने 65 सीटों को छू लिया था। भाजपा कम होकर 17 सीटों पर आ गई थी।
जैसे ही 9:30 बजे भाजपा टक्कर में आ गई और दोनों में दो सीटों का अंतर रह गया। सुबह 9:44 बजे एक समय ऐसा आ गया जब दोनों पार्टी 43-43 सीटों पर आ गईं। इसके बाद भाजपा 51 सीटों तक पहुंच गई। करीब 11 बजे से भाजपा की सीटें 47 से 51 के बीच बनी हुई हैं।
AAP-JJP नहीं खोल पाई खाता
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) और JJP-ASP अपना खाता नहीं खोल पाई। ऐसे मे सवाल है कि इन दोनों पार्टियों की जमानत जब्त हो सकती है।
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विज की लीड पर अंबाला में जश्न
8वें राउंड के बाद पूर्व गृह मंत्री अनिल विज 2520 वोटों से आगे निकल गए हैं। वह शुरुआत से ही पिछड़ रहे थे। इसके बाद अंबाला में पार्टी ऑफिस में जश्न शुरू हो गया है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 27 सीटों पर बीजेपी की लीड 2 हजार से कम है। इन पर कभी भी उलटफेर हो सकता है। लाडवा सीट से सीएम नायाब सिंह सैनी और हिसार से सावित्री जिंदल आगे चल रहे हैं। जुलाना सीट से पूर्व रेसलर विनेश फोगाट आगे हो गई हैं।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर 'हरियाणा विधानसभा चुनावों में रुझानों को अपडेट करने में अत्यधिक और अस्वीकार्य देरी' का आरोप लगाया।
कौन होगा मुख्यमंत्री चर्चाएं तेज?
हरियाणा के चुनावी रुझानों में बीजेपी बहुमत के पार है। ऐसे में सवाल है कि पार्टी की तरफ से राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा। क्या नायब सिंह सैनी को बदलकर किसी नए चेहरे को सीएम बनाया जाएगा या वे ही इस कुर्सी पर बने रहेंगे? ऐसे में पार्टी की ओर से जवाब आया है।
प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल ने साफ कर दिया है कि CM नायब सैनी ही मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। मोहनलाल का ये बयान पार्टी के सीनियर नेता अनिल विज के लिए झटका भी है, क्योंकि वह खुद की बजाय सैनी को सीएम बनाए जाने के खिलाफ रहे हैं।