शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों का ट्रैक जाम करने से 45 ट्रेनें रद्द और 60 का रुट डायवर्ट कर दिया गया है। इसी वजह से रुट डायवर्जन के कारण चंडीगढ़ स्टेशन पर भीड़ बढ़ रही है। पहले कुछ दिनों में रेलवे ने 92 ट्रेनों को कैंसिल किया था और रुट डायवर्ट किया था। आज उन्हें रेलवे ट्रैक जाम किए हुए 7 दिन हो गए है।
बता दें कि चंडीगढ़ स्टेशन पर पहले से ही काफी ट्रेनों का आवागमन होता है। किसानी आंदोलन के कारण चंडीगढ़ स्टेशन पर दबाव इतना ज्यादा बढ़ता जा रहा है कि रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों को स्थिति को काबू करने में भी दिक्कत परेशानी आनी शुरु हो गई है।
जालंधर से आने-जाने वालों के रुट चंडीगढ़ से
यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे ने जालंधर से दिल्ली आने- जाने वाली ट्रेनों का रुट चंडीगढ़, लुधियाना और जाखल रेलवे स्टेशन की तरफ डायवर्ट कर दिया। ताकि यात्री आसानी से ट्रेन का सफर कर सकें। रुट डायवर्ट का असर चंडीगढ़ स्टेशन पर सबसे ज्यादा दिखाई दे रहा है क्योंकि ज्यादातर ट्रेनों को चंडीगढ स्टेशन से ही जालंधर और दिल्ली की तरफ भेजा जा रहा है।
45 ट्रेनें रद्द और 60 के रुट डायवर्ट
मंगलवार को रेलवे की तरफ से जारी की गई लिस्ट में 45 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और 60 ट्रेनों का रुट डयवर्ट किया गया है। जिसमें से ज्यादातर ट्रेनें चंडीगढ़ रुट की तरफ डायवर्ट की गई है। यात्रियों को चाहे दूरी लंबी पड़ रही। लेकिन रेलवे की तरफ से यात्रियों से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जा रहा है। लेकिन चंडीगढ़ स्टेशन के बाद लुधियाना स्टेशन पर भी भीड़ बड़ती जा रही है। अगर समय रहते किसानों की मांगो का हल नहीं किया गया तो लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि गर्मियों के चलते रेलवे ने पिछले एक महीने में कई समर स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। लेकिन इन समर स्पेशल ट्रेनों के संचालन का कोई फायदा नहीं हो रहा है। क्योंकि जितनी समर स्पेशल ट्रेनों का संचालन रेलवे द्वारा किया गया है। उसके तीन गुणा ट्रेनें इस समय रद्द चल रही हैं। किसानों की मांग है कि जब तक उनके किसान नेताओं को रिहा नहीं किया जाता और उनकी बाकी की मांगों को नही माना जाता है। तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।