भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 797 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब तक कोरोना के 4091 एक्टिव केस हो गए हैं। देखा जाए तो बढ़ती ठंड के कारण कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से 5 लोगों की मौत भी हुई है।
चार साल में 5.3 लाख से ज्यादा की मौत
2020 की शुरुआत से लेकर अब तक करीब चार साल में देशभर में 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 5.3 लाख से ज्यादा की मौत हो चुकी है।
तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वेरिएंट
वहीं कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है। देश में अब तक कोरोना के इस नए वैरिएंट के मामले 150 के पार हो गए हैं। दिल्ली में भी नए वेरिएंट का केस सामने आ चुका है। इसी के साथ देश में कोरोना के मामले 4091 हो गए हैं। जिसे देखते हुए राज्यों ने कोविड टास्क फोर्स बना दी हैं। फिलहाल कोरोना का नया वेरिएंट बेशक घातक नहीं है लेकिन उससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने बैठक करके राज्यों को कोरोना के हर मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
कोविड का नया सब वैरिएंट JN.1 क्या है
डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर (CDC) के मुताबिक, JN.1 कोरोना का एक सब वैरिएंट है, जो ओमिक्रॉन सबवैरिएंट BA.2.86 यानी पिरोला का वंशज है। भारत में पिरोला का पहला मामला अगस्त 2023 में मिला था।
पिरोला और JN.1 में पूरी समानताए हैं, सिर्फ एक अंतर है। JN.1 में एक स्पाइक प्रोटीन का म्यूटेशन हुआ है। स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन काफी मायने रखता है क्योंकि यही इंसान के रिसेप्टर सेल से जुड़ जाता है और वायरस को शरीर में प्रवेश कराता है। ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. ललित कांत के मुताबिक इस एक्स्ट्रा स्पाइक प्रोटीन की वजह से JN.1 के तेजी से फैलने की संभावना है।
कोविड वैरिएंट JN.1 के लक्षण क्या हैं
कोविड वैरिएंट JN.1 में बुखार,थकान,नाक बहना,गले में खराश,सिरदर्द, खांसी,कंजेशन और कुछ मामलों में स्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं।