खबरिस्तान नेटवर्क। महालक्ष्मी मंदिर में रस्म क्रिया के बाद पार्किंग में कांग्रेस पार्षद और आप नेता के बीच हुई मारपीट में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कांग्रेस पार्षद गुरविंदर सिंह उर्फ़ बंटी नीलकंठ व उनके साथी हर्ष शर्मा के खिलाफ आप पार्टी नेता निखिल अरोड़ा की शिकायत पर थाना दो में मामला दर्ज किया है।
कांग्रेस पार्षद के घर और दफ्तर में रेड करने की भी सूचना है। थाना नंबर दो में पार्षद के खिलाफ धारा 115(2), 126(2), 351(2),304(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज हुआ है। इसके बाद जालंधर की राजनीति गर्माने के आसार हैं।
निखिल अरोड़ा ने करवाई एफआईआर
निखिल अरोड़ा ने पुलिस को बताया कि वीरवार को मैं करीब 1-2 बजे महा लक्ष्मी मंदिर, जालंधर में समारोह के लिए गया था, जहां मैंने माथा टेका और बैठ गया। करीब 10 मिनट बाद, गुरविंदर सिंह उर्फ बंटी, पार्षद वार्ड नंबर 66 भी अपने 2-4 साथियों के साथ मंदिर में आ गया। फिर कुछ देर बाद मैं वहां से उठकर जाने लगा तो गुरविंदर सिंह उर्फ बंटी और उसके साथी भी मेरे पीछे उठकर मेरे पास आए, लेकिन मैंने उन्हें अनदेखा कर दिया और अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया। क्योंकि वह पहले भी मेरे साथ छेड़खानी करता रहा है।
सोने की चेन लूटने और पिस्तौल तानने का आरोप
उक्त गुरविंदर सिंह उर्फ बंटी मेरे पास आया और कहने लगा कि आप जितना चाहें अपना चेहरा छिपा सकते हैं, हमें आज तेरा काम खत्म करना है। मैंने उससे कहा कि मैंने तुम्हें कुछ नहीं कहा और मैं अपने जूते पहनने लगा तो उसने मुझे गालियां देनी शुरू कर दीं और मारपीट शुरू कर दी। तभी गुरविंदर सिंह ने मुझे जान से मारने की नीयत से हलवाई के खुरपे से हमला कर दिया जो मेरी गर्दन पर लगा। दूसरी बार उसने मेरे हाथ पर किया और तीसरी बार उसने मुझे जान से मारने की नीयत से मेरी पीठ पर मारा जिससे मैं गिर गया और फिर उसने मुझ पर हमला कर दिया, मैंने अपने बचाव के लिए अपना हाथ आगे किया और मेरे हाथ पर मारा तो उसके साथी हर्ष शर्मा और दो अन्य अज्ञात व्यक्ति जिन्हें मैं सामने आने पर पहचान लूंगा उन्होंने भी मेरी पीठ और पेट पर मारा और इस दौरान बंटी ने मुझे जान से मारने की नीयत से मुझ पर हमला कर दिया और इस हमले के दौरान उसने मेरे गले में पहनी हुई 23 ग्राम वजन की सोने की चेन भी छीन ली जिसमें 9 ग्राम का लॉकेट था। तभी हर्ष शर्मा ने अपनी पिस्तौल निकालकर मुझ पर तान दी तो उक्त गुरविंदर सिंह उर्फ बंटी ने कहा कि हर्ष आज इसे गोली मार दे। जिस पर मेरा दोस्त अजय शर्मा तुरंत मेरे बचाव में आया और हर्ष शर्मा का हाथ पकड़ लिया और उसकी पिस्तौल दूसरी तरफ कर दी, नहीं तो उक्त हर्ष मुझे गोली मार देता।