जालंधर में धोखे से 135 साल पुराने गोलकनाथ चर्च के बेचने के मामले में 2 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की पहचान जॉर्डन मसीह और मैरी विल्सन के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों पर धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी करेगी। आरोपियों ने 5 करोड़ रुपए में चर्च का बयाना तय किया था। जैसे ही इसका पता चर्च के सदस्यों को चला तो उन्होंने जमकर हंगामा किया।
2-3 दिन पहले मिली चर्च बेचने की जानकारी
यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्दर्न इंडिया ट्रस्ट की एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ. अमित के प्रकाश ने कहा कि यह प्रोटेस्टेंट चर्च है। चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया का हेड ऑफिस दिल्ली में है और देश के 28 राज्यों डायसेस है। हमें 2 से 3 दिन पहले लुधियाना के ऑफिस जानकारी मिली कि जालंधर के गोलकनाथ मेमोरियल चर्च के साथ मिशन कंपाउंड और चर्च की जगह को लुधियाना जॉर्डन मसीह के व्यक्ति है,जिसने इस जगह को बेचने की कोशिश की है।
5 करोड़ रुपए में हुआ चर्च का बयाना
उन्होंने आगे कहा कि जब हमें इस बात का पता चला तो हमने डीसी, पुलिस कमिश्नर और सब रजिस्टार तहसीलदार को मिले। उनको शिकायत भी दी गई और उन्होंने भरोसा दिया इस जगह की रजिस्ट्री नही हो सकती है। पुलिस कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर से नॉर्दर्न इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन चर्च बेचने वाले जॉर्डन मसीह और खरीदने वाले अक्षय दत्त पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। 5 करोड़ रुपए में चर्च का बयाना जॉर्डन मसीह नाम के व्यक्ति ने अक्षय दत्त के साथ किया।
संस्था का नाम इस्तेमाल कर फ्रॉड करने की कोशिश की
उन्होंने आगे बताया कि जॉर्डन मसीह का हमारी किसी भी चर्च के साथ कोई लेना-देना नहीं है। इसने शातिर व्यक्ति जॉर्डन मसीह ने एक एलोन संस्था यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट संगठन के नाम से संस्था बनाई हुई है और हमारी उसे संस्था का हेड ऑफिस मुंबई में है और उसका नाम लेकर के फ्रॉड करने की कोशिश कर रहा है। हमें बताया गया है कि 5 करोड़ का बयाना हुआ है,लेकिन 24 कैनल जगह की वैल्यू 35 से 40 करोड़ रुपए है।