जालंधर का कैंट रेलवे स्टेशन अब 150 साल पुराने सिटी स्टेशन को पछाड़ देगा। फिल्हाल रेलवे का पूरा ध्यान कैंट स्टेशन पर है। अमृत योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प हो रहा है।
जालंधर के दो स्टेशन कैंट और फिल्लौर 125 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे हैं। जिसमें अकेले कैंट स्टेशन पर 98.89 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। कैंट में बिल्डिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है। 2024 में स्टेशन फिरोजपुर मंडल को सौंप दिया जाएगा।
कैंट स्टेशन अपग्रेड होने पर जालंधर का मेन सिटी स्टेशन इंफ्रा में दूसरे नंबर पर आ जाएगा। जो मूलभूत सुविधाएं जालंधर स्टेशन पर मिलनी चाहिए थी, वो कैंट में दी जा रही हैं। सिटी स्टेशन पर कई प्रोजेक्ट पास हुए, जो शुरू ही नहीं हो सके।
कुछ प्रोजेक्ट लटक गए हैं, जिनमें दूसरा एंट्री गेट सबसे चर्चित रहा। इस प्रोजेक्ट के लिए पूर्व सांसद संतोख चौधरी और विधायकों ने खूब जोर लगाया, मगर अभी तक बात नहीं बन सकी। रेलवे ने जमीन भी दे दी, मगर काम शुरू नहीं हो सका। जानकारों के मुताबिक इसमें पंजाब सरकार से फंड न मिलने के कारण ऐसा हुआ है। जालंधर कैंट से 95 सिटी से 111 ट्रेन अपडाउन करती हैं।
समय और पैसा दोनों बचेंगे
फिल्हाल केंद्र सरकार का पूरा फोकस जम्मू-कश्मीर पर है। जम्मू में ही वैष्णो देवी दरबार भी है, जहां देश भर से यात्री आते हैं। ऐसे में जम्मू से वाया कैंट जाने वाली ट्रेनों की संख्या ज्यादा है और जो भविष्य में और बढ़ेगी। सिटी में इन गाड़ियों को लाना रेलवे के लिए पैसे और समय दोनों के लिहाज से महंगा है।
वहीं, सिटी स्टेशन पर फिल्हाल अमृतसर और फिरोजपुर से अपडाउन करने वाली गाड़ियां भी आती हैं। ऐसा नहीं कि इस रूट पर गाड़ियां नहीं है यां यहां स्कोप नहीं है। अमृतसर में भी पूरी दुनिया से लोग श्री दरबार साहिब आते हैं। आने वाले प्रोजेक्ट में सिटी स्टेशन को भी संवारा जा सकता है। मगर इतना तय है कि शहर का भविष्य का मेन स्टेशन जालंधर कैंट ही बनने वाला है।
इसलिए भी कैंट होगा फर्स्ट
कैंट स्टेशन के दोनों तरफ पार्किंग की व्यवस्था होगी, जबकि सिटी में एक ही है। रामामंडी की तरफ से आने वाले दकोहा से आते हुए वाहन पार्क कर सकेंगे। हाईवे से आने पर भी एक पार्किंग मिलेगी। वहीं, सिटी स्टेशन पर एक ही पार्किंग है, जो दो पहिया वाहनों के लिए तो ठीक है, मगर कारों के लिए सही नहीं। लोग रोड पर ही गाड़ियां पार्क करते हैं, जिससे जाम लगता है।
क्या है अमृत भारत स्टेशन योजना
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर के 508 स्टेशनों का नवीनीकरण हो रहा है। फिरोजपुर डिवीजन के 24 और पंजाब के 21 स्टेशनों में जिले के जालंधर कैंट और फिल्लौर रेलवे स्टेशन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल शुभारंभ किया था।
कैंट में ये सुविधाएं मिलेंगी
फूड कोर्ट प्लाजा
फाइव जी वाईफाई
गिट्टी रहित रेल ट्रैक
रेल टिकट काउंटर
माडर्न स्टाइल शौचालय
रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
अंडर ग्राउंड वॉटर टैंक
बिजली सब स्टेशन
एयरपोर्ट की तर्ज पर लाउंज
110 फीट ऊंचा तिरंगा
दोनों तरफ एंट्री
पार्किंग
एस्केलेटर
लिफ्ट
फायर टैंक
अंग्रेजों ने JULLUNDHUR नाम दिया था
जालंधर रेलवे स्टेशन 1864 में बनना शुरू हुआ था। इसे 1870 में 483 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के साथ मुल्तान पाकिस्तान के साथ जोड़ा गया। एक्सपर्ट का मानना है कि जालंधर सिटी में अगर प्रोजेक्ट पास होकर शुरू हो जाते तो शायद सिटी स्टेशन अनदेखी का शिकार न होता।
सिटी स्टेशन पर सिर्फ एक प्रोजेक्ट पर काम हुआ है जिसमें स्टेशन के बाहर के हिस्से को पार्क में तबदील कर दिया गया और पार्किंग को हटाया गया। जालंधर रेलवे स्टेशन देश के टॉप स्टेशनों में गिना जाता है। 2006 में जालंधर सिटी स्टेशन को ए प्लस ग्रेड दिया गया था।
रेलवे के सीनियर अधिकारी रमेश ने कहा कि जालंधर रेलवे स्टेशन के अधर में लटके काम को पूरा करने के लिए जो प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं। उनमें बदलाव किया जा रहा है।
जिस कारण काम नहीं हो पा रहे हैं। ये सही है कि कैंट स्टेशन के तैयार होने के बाद जालंधर का सारा ट्रैफिक कैंट की तरफ आ जाएगा। जालंधर की विरासत को खत्म नहीं होने दिया जाएगा।
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