ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई 3 मौतों पर कारोबारी रविंदर धीर का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से सिस्टम का फेल्यर है, क्योंकि ऑक्सीजन प्लांट चलाने का जिम्मा एक धोबी को दिया हुआ है। इस घटना की सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ और अस्पताल के डॉक्टर्स की एक साल की सैलरी काटी जानी चाहिए।
3 मौतों का जिम्मेदार कौन
रविंदर धीर ने कहा कि सिविल अस्पताल में हुई 3 मौतों का जिम्मेदार कौन है? उनके परिवार का रखरखाव कौन करेगा? उन परिवारों पर क्या बीत रही होगी, उनका क्या कसूर है? मामले पर इंकवायरी करोगे, कमेटियां गठन करोगे और एक-दो को सस्पेंड भी कर दोगे, पर उनसे पीड़ित परिवारों को क्या मिलेगा।
सरकार एक-एक करोड़ का मुआवजा दे
उन्होंने आगे कहा कि मेरी पंजाब सरकार से विनती है कि सरकार इस मामले की जिम्मेदारी ले। अफसरों को शामिल करके पल्ला झाड़ने से बात नहीं बनेगी। पीड़ित परिवारों को कम से कम एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाना चाहिए।
इसके साथ ही सिविल अस्पताल के ऑफिसर, डॉक्टर जिम्मेदार हैं उन सभी की एक-एक साल की सैलरी काटी जानी चाहिए और वह सैलरी पीड़ित परिवारों को दी जाए। ताकि इन लोगों को भी समझ आनी चाहिए और उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझ लगे। सस्पेंड करने से कुछ नहीं होगा, एक-दो को सस्पेंड कर दोगे, इंनकावयरी के बाद दोबारा बहाल हो जाएंगे। पीड़ित परिवारों की मदद की जानी चाहिए।